मध्यप्रदेश: दबाव बनाकर अधिकारी करवा रहे जबरन काम, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक संगठन ने सौंपा ज्ञापन
- सचिव और ग्राम रोजगार सहायक संगठन ने अफसरों पर लगाए मनमानी के आरोप
- काटी गई 5 से 10 दिन की वेतन
- अधिकारी दबाव देकर जबरन काम करा रहे हैं
डिजिटल डेस्क, सिवनी (कुरई)। मप्र पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सहायक संगठन ने अफसरों पर मनमानी के आरोप लगाए हैं। विभिन्न मांगो को लेकर संगठन ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि अधिकारी दबाव देकर जबरन काम करा रहे हैं और धमकी देकर रिकवरी और निलंबन जैस कार्रवाई कर रहे हैं।
ज्ञापन में बताया कि जनपद सीईओ के आदेश पर खेता तालाब के निर्माण को लेकर सचिव और सहायक सचिव की 5 से 10 दिन की वेतन काटी गई है जो कि गलत है। मनरेगा योजना एवं जीपीडीपी को अनदेखा किया कर मांग आधारित मनरेगा योजना को टारगेट बेस योजना बनाकर दबाव एवं तानाशाही पूर्वक कार्य कराया जा रहा है। यदि आदेश निरस्त नहीं किए जाते हैं तो पंचायत सचिव एवं सहायक सचिव अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
ये रखी मांगे
प्रत्येक माह की 1 से 5 तारीख तक वेतन दिया जाए, मनरेगा में पदस्थ अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी को कुरई से हटाकर अन्यत्र जनपद स्थानांतरित किया जाए,अवकाश के आवेदन वाट्एसप पर स्वीकार किए जाएं ,मनरेगा मजदूर शून्य होने पर वेतन न काटा जाए, बेवजह नोटिस न दिया जाए, ग्राम रोजगार सहायकों को पंचायतराज संचनालय के आदेशानुसार प्रति माह एक हजार रुपए डाटा एवं स्टेशनरी क्रय हेतु भुगतान किए जाए,पंचायत सचिव की दैनिक डायरी में पीसीओ के हस्ताक्षर के बिना सचिव के हस्ताक्षर से ही लिया जाए, सीएम हेल्पलाइन में यदि शिकायत झूठी पाई जाती है तो शासन स्तर से उसे फोर्स क्लोज किया जाए, खेत तालाब के निर्माण में बेवजह दबाव बनाकर काम न लिया जाए।
संगठन ने कहा है कि यदि शिकायतों का निराकरण नहीं किया जाता है तो सभी कर्मचारी अनिश्चिताकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।