मेलघाट के दो गांवों में टैंकर से जलापूर्ति, भीषण जलसंकट के आसार
अमरावती मेलघाट के दो गांवों में टैंकर से जलापूर्ति, भीषण जलसंकट के आसार
डिजिटल डेस्क, अमरावती । मेलघाट में हर वर्ष ही ग्रीष्मकाल शुरू होते ही जलसंकट गहराता है। मेलघाट में जलसंकट का स्थायी निवारण करने के लिए पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से मेलघाट 661 गांवों में जलजीवन मिशन का काम आरंभ किया गया है। किंतु यह काम वर्तमान में पूर्ण नहीं होने के कारण इस वर्ष अप्रैल की शुरुआत से ही मेलघाट की चिखलदरा तहसील में जलसंकट गहराने लगा है। वर्तमान स्थित में चिखलदरा तहसील के आकी और सावंगी मगरापुर गांव में टैंकर से जलापूर्ति की नौबत जिला परिषद पर आन पड़ी है। अप्रैल के अंत में मेलघाट में जलसंकट और गहराने की आशंका के चलते यहां जलसंकट से निपटने जिला परिषद का ग्रामीण जलापूर्ति विभाग काम पर लगा है।
चिखलदरा तहसील के लगभग 23 गांवों में अप्रैल के अंत में अथवा मई के शुरुआती सप्ताह में जलसंकट गहराने की आशंका जताई जा रही है। जिसे देखते हुए मेलघाट के 27 कुओं का अधिग्रहण किया गया है। वहीं, अगर जलसंकट गहराया तो सभी 23 गांवों में टैंकर से जलापूर्ति करने का नियोजन किया गया है। इस तरह की जानकारी जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के संदीप देशमुख ने दी है। विशेष यह कि मेलघाट में हर वर्ष ग्रीष्मकाल की शुरुआत से ही जलसंकट गहराता है। पहाड़ियों से घिरे इस ऊंचाईवाले क्षेत्र में हर वर्ष निर्माण होनेवाले जलसंकट का स्थायी निपटारा करने के उद्देश्य से लगभग डेढ़ वर्ष पहले मेलघाट के कुल 661 गांवों में जलजीवन मिशन का काम शुरू किया गया है। यह काम अभी तक पूर्ण नहीं होने से इस वर्ष भी मेलघाट के 23 गांवों में आनेवाले दिनों में टैंकर से जलापूर्ति की नौबत जिला प्रशासन पर आ सकती है।