अंकुर अभियान के प्रति सभी जिलों में दिखा विशेष उत्साह सभी वर्गों ने पौध-रोपण कर संरक्षण का लिया संकल्प!
अंकुर अभियान के प्रति सभी जिलों में दिखा विशेष उत्साह सभी वर्गों ने पौध-रोपण कर संरक्षण का लिया संकल्प!
डिजिटल डेस्क | भिण्ड मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेश के सभी जिलों में जन-भागीदारी से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पर्यावरण के प्रति आम नागरिकों को जागरूक करने और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े सकारात्मक कार्यों के लिये प्रेरित करने प्रांत-व्यापी वृक्षारोपण का वृहद अभियान "अंकुर" का शुभारंभ किया। अभियान में प्रदेश के सभी 52 जिलों में जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने बढ़-चढ़कर सहभागिता की। अंकुर अभियान को व्यापक स्वरूप प्रदान करने के लिये मंत्रि-परिषद के सभी सदस्यों और जन-प्रतिनिधियों ने पौधे रोप कर उनके संरक्षण का संकल्प लिया।
साथ ही आम नागरिकों ने भी पौध-रोपण में रुचि दिखाई। प्रांत-व्यापी अंकुर अभियान में जन-सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये "वायु एप" पर लोगों ने अपना पंजीयन करवाया है और स्वयं के द्वारा रोपे गये पौधे का फोटो एप पर डाउनलोड किया है। आमजन को पर्यावरण के प्रति सजग और प्रेरित करने के लिये राज्य शासन ने सहभागिता प्रमाण-पत्र और चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित करने का निर्णय भी लिया है। विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रदेशवासियों को दिये संदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वातावरण को शुद्ध रखने और प्राण-वायु ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिये अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जाये। इसके लिये प्रदेश में एक नवाचार की घोषणा भी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई।
इस नवाचार में यह तय किया गया है कि अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण की स्वीकृति इस शर्त पर दी जायेगी कि भू-स्वामी को एक पौधा अवश्य लगाना होगा। प्रधानमंत्री आवास और सरकारी कार्यालय एवं भवनों में भी पौधा लगाने की शर्त रहेगी। मल्टी स्टोरी भवन में जितने फ्लेट होंगे, उसके हिसाब से बिल्डर को पौधे लगाना होंगे। इस नवाचार से जहाँ एक ओर पर्यावरण के संतुलन को बनाये रखने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर वातावरण में प्राण-वायु ऑक्सीजन का उत्सर्जन भी बढ़ेगा। आज प्रदेश के सभी 52 जिलों में वृक्षारोपण के प्रति जो जन-सहयोग देखने को मिला है, यह क्रम इसी प्रकार चलता रहा तो मध्यप्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चारों ओर हरियाली होगी, जो प्रदेशवासियों के जीवन को अनेक संकटों से बचायेगी।