लोकसभा चुनाव 2024: मध्यप्रदेश की भिंड दतिया लोकसभा सीट पर साढ़े तीन दशक से बीजेपी का कब्जा, पहली सूची में वर्तमान सांसद संध्या राय को फिर मिला मौका
- भिंड दतिया लोकसभा सीट पर साढ़े तीन दशक से बीजेपी का कब्जा
- जनता, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की रायशुमारी के बाद तय हुआ नाम
- कोरोनाकाल में सहयोग, क्षेत्र में सराहनीय कार्य
डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। मध्यप्रदेश की भिंड दतिया लोकसभा सीट पर साढ़े तीन दशक से बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी का गढ़ बनी भिंड-दतिया लोकसभा सीट से बीजेपी वर्तमान सांसद व प्रदेश उपाध्यक्ष संध्या राय को दोबारा मौका दिया गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद राय ने कांग्रेस उम्मीदवार देवाशीष जरारिया को करीब दो लाख वोटों से हराया था। आपको बता दें कि इस बार टिकट की रेस में वर्तमान सांसद राय के अलावा कई दावेदार थे। सांसद रहते हुए राय ने शहर में भिंड-अटेर क्रासिंग, सोनी, रायतपुरा -साैंधा के पास ओवरब्रिज की मंजूरी दिलाने के साथ इटावा-ग्वालियर तक मैमो ट्रेन की मंजूरी दिलाने सहित इटावा-ग्वालियर हाइवे को फोरलेन की मंजूरी दिलाने में कामयाब रही। कार्यकर्ताओं के साथ मतदाताओं के बीच सांसद राय की छवि साफ एवं स्वच्छ है। यहीं मुख्य वजह रही की पार्टी ने उन पर पुन: भरोसा जताया है। सांसद राय को संघ के कोटे से टिकट मिला है।
लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों को लेकर संगठन की ओर 27 फरवरी काे भिंड आए मप्र शासन के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग और इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष जयपाल चावड़ा ने रेस्ट हाउस पर बंद कमरे में एक-एक कर दावेदारों निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से चर्चा की थी। चर्चा के दौरान पदाधिकारियों की पहली पसंद सांसद संध्या राय का नाम था। जनता और संगठन पदाधिकारियों से सीधे संवाद में सांसद सध्या राय के पांच साल का कार्यकाल अच्छा बताया गया। सांसद संध्या राय का कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद बनाना, मिलकर काम करने की भी टिकट मिलने में अहम भूमिका है।
भिंड दतिया लोकसभा सीट की खास बात यह है कि बीजेपी ने साल 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में भिंड दतिया लोकसभा सीट से बीजेपी ने आखिरी बार वसुंधरा राजे सिंधिया को महिला प्रत्याशी के रूप में उतारा था। तब कांग्रेस के कृष्ण सिंह जूदेव ने उन्हें 87 हजार 403 मतों से मात दी थी। इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने तमाम दिग्गजों को नकारते हुए 2003 से 2008 तक मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से विधायक रही संध्या राय पर महिला कोटे से टिकट दिया। इस चुनाव में संध्या राय ने कांग्रेस उम्मीदवार देवाशीष जरारिया को करीब दो लाख मतों से मात दी थी। भिंड दतिया लोकसभा सीट पर 1989 से भाजपा का कब्जा बरकरार है। भिंड दतिया लोकसभा क्षेत्र को बीजेपी का अभेद किला माना जाता है।