पौधा लगाएँ, फोटो अपलोड करें और मुख्यमंत्री से अवार्ड पाएँ जन-सहभागिता से वृक्षारोपण के लिए अंकुर कार्यक्रम पर्यावरण को स्वच्छ और प्राणवायु से समृद्ध बनाना है कार्यक्रम का उद्देश्य!

पौधा लगाएँ, फोटो अपलोड करें और मुख्यमंत्री से अवार्ड पाएँ जन-सहभागिता से वृक्षारोपण के लिए अंकुर कार्यक्रम पर्यावरण को स्वच्छ और प्राणवायु से समृद्ध बनाना है कार्यक्रम का उद्देश्य!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-26 07:42 GMT

डिजिटल डेस्क | रीवा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन-जन के सहयोग से प्रदेश के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर पर्यावरण को स्वच्छ और प्रकृति को प्राणवायु से समृद्ध करने के उद्देश्य से अंकुर कार्यक्रम आरंभ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण के लिए जन-सामान्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पौधा लगाने वाले चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गूगल प्ले-स्टोर्स से "वायुदूत एप" डाउनलोड कर पंजीयन करना होगा। कार्यक्रम में भाग लेने वाले व्यक्ति को स्वयं के संसाधन से कम से कम एक पौधा लगाकर, पौधे की फोटो एप के माध्यम से लेकर अपलोड करनी होगी।

पौधा लगाने के तीस दिन बाद फिर से पौधे की नई फोटो एप पर अपलोड कर सहभागिता प्रमाण-पत्र डाउन लोड किया जा सकेगा। जिलेवार चयनित विजेताओं को प्राणवायु अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा, जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किया जायेगा।रोपित पौधा किसी देशज वृक्ष की श्रेणी का होना चाहिए। बहुवर्षीय झाडि़यां- जैसे कनेर, गुड़हल इत्यादि की श्रेणी के पौधे मान्य नहीं होंगे । रोपित पौधे की देखभाल रोपण एवं पौधे की व्यवस्था प्रतिभागी को स्वयं करना होगी। पौधे के विकास हेतु प्रतिभागी को देखभाल एवं सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करनी होगी। यह योजना मध्य प्रदेश के भौगोलिक क्षेत्र में ही प्रभावी होगी। कंप्यूटर आधारित लाटरी के माध्यम से सभी प्रतिभागियों में से जिलेवार विजेताओं का चयन किया जाएगा।

चयनित विजेताओं द्वारा लगाए गए पौधों का वास्तविक सत्यापन जिला नोडल अधिकारी द्वारा वेरीफायर के माध्यम से कराया जाएगा तथा विजेताओं को वृक्ष वीरों और वृक्ष वीरांगनाओं के रूप में जाना जाएगा। इन विजेताओं को मुख्यमंत्री द्वारा प्राणवायु अवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। समस्त प्रतिभागियों को योजना में सहभागिता के लिए सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। जिले में जन-अभियान परिषद के स्वयंसेवक, महाविद्यालयों के ईको क्लब प्रभारी तथा राष्ट्रीय हरित कोर योजना के मास्टर ट्रेनर में से वेरिफायर नामांकित किये जायेंगे। जिला स्तर पर कुल प्राप्त प्रविृष्टियों का 10 प्रतिशत अथवा 200 जो भी कम हो का रेंडम आधार पर जिला स्तर पर वेरिफायर्स से सत्यापन कराया जायेगा। जिला स्तर पर कुल प्राप्त हुई प्रविृष्टियों में से कम्प्यूटराइज लाटरी द्वारा विजेताओं का चयन किया जायेगा। विजेताओं की सूची "वायुदूत एप" में अपलोड की जायेगी।

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