रीवा: महाराष्ट्र में मिला रीवा से अपहृत छह माह का मासूम, संतानहीन शिक्षक ने बच्चे को २९ लाख में खरीदा
- महाराष्ट्र में मिला रीवा से अपहृत छह माह का मासूम, संतानहीन शिक्षक ने बच्चे को २९ लाख में खरीदा
- दो महिला सहित छह आरोपियों को लेकर आ रही पुलिस, अपहरण में अब ११ नाम आए सामने
- शिक्षक ने अपने शिष्य का लिया सहयोग, एक रिक्शा वाला भी शामिल
डिजिटल डेस्क, रीवा। रीवा शहर से फुटपाथ पर माता-पिता और बड़े भाई के साथ सो रहे छह माह के अपहृत मासूम को रीवा पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया है। महाराष्ट्र के पनवेल इलाके से इस मासूम को पुलिस ने अपने कब्जे में लेने के साथ ही अपहरण की इस घटना में दो महिला सहित छह आरोपियों को पकड़ा है। इस पूरे घटनाक्रम में अब तक ११ आरोपियों के नाम सामने आए हैं। मासूम का अपहरण कोल्हापुर के एक संतानविहीन शिक्षक के लिए किया गया था, जिसका २९ लाख रुपए का सौंदा हुआ था।
कल्याण के डीसीपी सचिन गुंजाल ने बताया कि रीवा पुलिस ने इस अपहरण कांड की सूचना दी थी। सूचना मिलने के बाद खडक़पाड़ा थाने के एपीआई अनिल गायकवाड़, एएसआई पवार और एएसआई ठोके आदि पुलिसकर्मियों की दो टीम बनाई और शहाड़ से नितिन सोनी, स्वाती (महक) सोनी तथा प्रदीप पोलवने नामक एक रिक्शा चालक को गिर तार कर पूछताछ की गई, तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। इस अपहरण कांड की मंशा के पीछे कोल्हापुर के शिक्षक श्रीकृष्ण पाटील की सोच है। पाटील के संतान नहीं है, इसलिए उसने अपने पढ़ाए हुए शिष्य अमोल एरडुकर से संपर्क किया। एरडुकर ने यह बात अपनी पत्नी आरबी एरडुकर को बताया और दोनों ने बच्चा देने की एवज में श्रीकृष्ण पाटील से २९ लाख रुपए लिए। एरडुकर दंपति ने शहाड़ के रहने वाले नितिन, स्वाती और प्रदीप से संपर्क किया और इन तीनों ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ रीवा शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कॉलेज चौराहा में फुटपाथ से ६-७ मई की रात उठाया था। अपहृत बच्चा राजस्थान के अरविंद मोंगिया का है।
रात एक बजे बच्चे को छुड़ाया
अपहरण की सूचना मिलने के बाद रीवा के एसपी विवेक सिंह ने दो अधिकारियों सहित चार लोगों की टीम बनाकर कल्याण (महाराष्ट्र) के लिए रवाना की थी। रीवा सेे सब इंस्पेक्टर मृगेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर प्रशांत शुक्ला, हेड कांस्टेबल शिवाजी मिश्रा और आशीष त्रिपाठी कल्याण के डीसीपी सचिन गुंजाल ने बताया कि दो महिला सहित छह लोगों की गिर तारी कर उनसे बरामद बच्चा और आरोपियों को औपचारिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद रीवा पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
नितिन ने महाराष्ट्र से आकर बनाया प्लान
बच्चा चोरी के प्लान को नितिन सोनी और उसके साथियों ने अंजाम दिया है। नितिन सोनी मूलत: मऊगंज का रहने वाला है और महाराष्ट्र में काम करता है। पैसों की लालच में उसके इस प्लान में अतुल जायसवाल, सलीम अंसारी, खारून अंसारी सहित एक अन्य युवक और युवती शामिल हो गए। ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इन लोगों ने बच्चे को दिन में ही जाकर चिन्हित कर लिया था। इसके बाद रात तीन बजे उसे उठाकर बाइक से भाग निकले। इन लोगों ने बच्चे को ले जाने में कार का भी उपयोग किया है। पुलिस ने कार भी बरामद कर ली है। जानकारी के अनुसार एक आरोपी अतुल जायसवाल अभी पुलिस के हाथ नहीं आया है, उसकी तलाश पुलिस कर रही है।
- अपहृत बच्चे को महाराष्ट्र में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया है। इस बच्चे का अपहरण संतानविहीन शिक्षक के लिए किया गया। इसके लिए लाखों रुपए की सौंदेबाजी हुई थी। अब तक ११ आरोपियों की भूमिका इस पूरे मामले में सामने आई है। अपहृत मासूम सहित महाराष्ट्र में पकड़े गए छह आरोपियों को लेकर रीवा पुलिस की टीम लौट रही है। इनके आने के बाद पूछताछ में और बातें स्पष्ट होंगी।
विवेक सिंह, एसपी रीवा