ढीवरवाड़ी में बनेगी पेड़ों की रोग परीक्षण प्रयोगशाला
किसानों को मिलेगा लाभ ढीवरवाड़ी में बनेगी पेड़ों की रोग परीक्षण प्रयोगशाला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। काटोल में सिट्रस इस्टेट अंतर्गत पेड़ों की रोग परीक्षण प्रयोगशाला बनाई जाएगी। पत्तियों की जांच करने पर पेड़ के रोग और अन्नद्रव्यों की कमी का पता लगाया जाएगा। दिसंबर तक प्रयोगशाला शुरू होगी। इस प्रयोगशाला से संतरा और मोसंबी उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा।
12 करोड़ की लागत का है प्रोजेक्ट
महाविकास आघाड़ी सरकार के सत्ताकाल में काटोल तहसील के ढीवरवाड़ी में सिट्रस इस्टेट को मंजूरी मिली। 12 करोड़ की लागत का यह प्रकल्प किसानों काे बेहतर गुणवत्ता के संतरावर्गीय पौधे मिलने के उद्देश्य से मंजूर किया गया। पहली किस्त 1 करोड़ 5 लाख रुपए प्राप्त होने पर प्रकल्प के काम की शुरुआत हुई। अब 2 करोड़, 43 लाख रुपए निधि प्राप्त होने की जानकारी मिली है। इस निधि से प्रशासकीय इमारत िनर्माण, नर्सरी का विकास और औजार बैंक का निर्माण किया जाएगा। उसी में किसानों को प्रशिक्षण के लिए 3 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है।
दिसंबर माह में शुरु हो सकती है : सिट्रस इस्टेट प्रकल्प अंतर्गत बनाई जा रही प्रयोगशाला में पानी व मिट्टी परीक्षण की सुविधा रहेगी। मध्य भारत की अपने-आप में यह पहली प्रयोगशाला मानी जा रही है। इसी साल के दिसंबर महीने में प्रयोगशाला शुरू होने की आशा है। अत्याधुनिक तकनीकी पर आधारित इस प्रयोगशाला का संतरा व मोसंबी उत्पादक किसानों को लाभ मिलने की सलील देशमुख ने आशा व्यक्त की है।