आरक्षण के जन अधिकार को लेकर कांग्रेस ने निकाली महारैली
छत्तीसगढ़ आरक्षण के जन अधिकार को लेकर कांग्रेस ने निकाली महारैली
डिजिटल डेस्क, रायपुर। आरक्षण के जनअधिकार को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को राजधानी रायपुर में महारैली निकाली। साइंस कॉलेज ग्राउंड में कांगे्रस कार्यकर्ता, पदाधिकारियों तथा समर्थकों सहित आदिवासी समाज के लोगों की विशाल भीड़ को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा, जहां एक तरफ सामाजिक न्याय की बात हो रही है आरक्षण की बात हो रही है दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में बांटने का खेल खेला जा रहा है। उन्होंनेे राहुल गांधी की तुलना महात्मा गांधी से करते हुए कहा, आजादी के वक्त जैसे महात्मा गांधी ने देश के कोने-कोने का चक्कर लगाया था, वैसे ही राहुल गांधी देश की यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, देश को एकता का फिर से संदेश मिलेगा। कांग्रेस एकता को जोडऩे के लिए लड़ती है।
सीएम बघेल बोले - राज्यपाल जी हठधर्मिता छोड़ें
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आरक्षण बिल को विधानसभा में सर्वसम्मति से पास किया। लेकिन राजभवन को अखाड़ा बनाकर आपको मिलने वाले आरक्षण में बाधा डालने का काम भाजपा कर रही है। मिनट में हस्ताक्षर करने का कहने वाली राज्यपाल जी एक महीने के ऊपर हो जाने पर भी हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा, महीना भी बदल गया और साल भी बदल गया। राज्यपाल जी हठधर्मिता छोड़ें। या तो दस्तख़त करें या फिर विधेयक विधानसभा में वापस लौटा दें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस रैली में आरक्षण के मसले पर बोलते हुए कहा, कांग्रेस सरकार को सर्व समाज को आरक्षण देने का राजनैतिक रूप से श्रेय नहीं मिले इसलिए भाजपा राजभवन में आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर नहीं होने दे रही है। भाजपा की वजह से ही राजभवन में आरक्षण विधेयक अटका है और लोगों का अधिकार उन्हें नहीं मिल रहा है।
रैली के बीच कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने की राज्यपाल से मुलाकात
आरक्षण संशोधन विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर की मांग को लेकर कांग्रेस की जन अधिकार रैली के बीच कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल में मंत्री, विधायक और संसदीय सचिव शामिल थे।मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से चर्चा में बताया कि राज्यपाल ने विस्तार से चर्चा के बाद विधेयक पर हस्ताक्षर की बात कही है।