हेलमेट जरूरी: सड़क हादसों में बिना हेलमेट की वजह से गई सबसे ज्यादा जानें
- आठ माह में हुए सड़क हादसों में 372 लोगों की मौत
- नेशनल हाईवे पर हुए सबसे ज्यादा हादसे
- हेलमेट, सीट बेल्ट लगाए बिना वाहन चलाने से रोकना होगा
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में बीते आठ माह में 844 सड़क हादसों में 372 लोगों की जान गई है। जिसमें सबसे ज्यादा मौतें तेज रफ्तार की वजह से हुई है। बिना हेलमेट के कारण लोगों ने अपनी जान गंवाई।
गौरतलब है कि जिले में 1 जनवरी 2024 से 15 अगस्त 2024 तक 844 सड़क हादसे हुए हैं। जिसमें 372 लोगों ने जान गंवाई है। यातायात विभाग ने हादसों पर किए एनालिसिस में हादसों को चार प्रकार में बांटा हैं। तेज रफ्तार के कारण सबसे ज्यादा 529 सड़क हादसे हुए हैं। वाहनों की सीधी भिड़ंत के 71 हादसे, खड़े वाहन या पेड़ से 32 वाहन टकराएं हैं। इसी तरह ओवर टेक करते समय 36 और पीछे से टक्कर मारने की 176 घटनाएं सामने आई हैं। बिना हेलमेट व बिना सीट बेल्ट के कारण मौत का आंकड़ा बढ़ गया है।
हादसों को चार प्रकार में बांटा गया
कारण हादसे मौत घायल
तेज रफ्तार 529 212 631
सीधी भिंड़त 71 23 83
खड़े वाहन या
पेड़ से टक्कर 32 23 33
ओवर टेक 36 26 56
पीछे से टक्कर 176 88 197
(नोट: 1 जनवरी से 15 अगस्त तक हुए हादसों का क्लासीफिकेशन)
नेशनल हाईवे पर हुए सबसे ज्यादा हादसे
सडक़ हादसे मौत
एनएच 298 111
एसएच 241 98
अन्य मार्ग 204 77
ऐसे थमेंगे हादसे, बचा सकते हैं जान
- प्रत्येक वाहन चालक को यातायात के नियमों की जानकारी होनी चाहिए।
- रफ्तार पर लगाम होनी चाहिए, बिना अनुभव के वाहन का चालन रोकना होगा।
- हेलमेट, सीट बेल्ट लगाए बिना वाहन चलाने से रोकना होगा।
- व्यक्ति के साथ परिवार को भी अपनी जिम्मेदारी समझकर प्रत्येक सदस्य को जागरुक करना होगा।
- सडक़ पर रोक-टोक बढ़ेगी, कार्रवाई कठोर होगी तभी लापरवाही थमेगी।
इनका कहना है
वाहन चालकों को जागरुक करने के लिए हम लगातार अभियान चला रहे हैं। स्कूल, कॉलेज के बच्चों को यातायात के नियमों की जानकारी दी जा रही है। जांच अभियान के दौरान भी वाहन चालकों को नियमों के तहत वाहन चलाने की हिदायत दी जा रही है।
आरपी चौबे, डीएसपी यातायात