मध्य प्रदेश: स्मृति ईरानी रसोई गैस, पेट्रोल के दाम वृद्धि पर अब क्यों चुप हैं - विभा पटेल
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जब विपक्ष में थीं तो पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में 5 रुपए की वृद्धि होने पर यूपीए सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध करती थीं, लेकिन आज जब मोदी सरकार के राज में चौतरफा महंगाई की मार है तो वह मौन हैं। आज उनकी कथनी और करनी में अंतर है। वे अब रसोई गैस सिलेंडर लेकर प्रदर्शन नहीं कर रही। इस दोतरफा रवैये की आलोचना करते हुए विभा पटेल ने कहा कि आज केंद्र सरकार के कारण रसोई गैस सिलेंडर 1100 रुपए में मिल रहा है। इसी तरह पेट्रोल के दाम भी 110 रुपए लीटर है। ऐसे में स्मृति ईरानी की चुप्पी बताती है कि वे सत्तालोलुप है। नैतिकता से उनका कोई सरोकार नहीं है। सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए वे नाटकीय प्रदर्शन करती थीं। आम जनता से उनका कोई सरोकार नहीं था।
श्रीमती विभा पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्मृति ईरानी के पद चिन्हों पर चलते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाड़ली बहनों को गुमराह कर रहे हैं। उन्हें चुनाव के वक्त लाड़ली बहनों की याद आई है। इसके पहले शिवराज सरकार ने कभी लाड़ली बहनों की सुध नहीं ली।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि बढ़ती महंगाई से परेशान महिलाओं ने उज्ज्वला गैस के चूल्हों को एक तरफ करके मिट्टी के चूल्हों पर ही भोजन बनाना शुरू कर दिया है। लगातार महंगे होते सिलेंडर के कारण अधिकतर उपभोक्ता दोबारा गैस रिफिल नहीं करवा रहे हैं। वे लकड़ी, कंडे के इस्तेमाल की ओर बढ़ गए हैं। यानी मोदी सरकार ने फिर से धुएं में धकेल दिया है। रसोई गैस की बढ़ी कीमतों का सीधा असर रसोई के बजट पर पड़ा है। पहले से जहां सब्जी, खाद्य तेल व अन्य खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं, अब गैस की कीमत में इजाफा होने से लोगों को दोहरी मार पड़ रही है।इस कारण गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार को सिलेंडर भराने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। 300 रुपए की दिहाड़ी मजदूरी करने वाले बच्चों का पेट पालें या गैस सिलेंडर भराएं। यह सवाल हरेक गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार के सामने है।
श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि नवंबर के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बनने पर सभी लाड़ली बहनों को 500 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर दिया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपए मिलेंगे ताकि वे सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत बने।