मध्य प्रदेश: जन आक्रोश यात्रा का तेरहवाँ दिवस, चुनाव के पहले ही भाजपा ने पराजय को स्वीकार किया - अजय सिंह
- जनता का आक्रोश भाजपा सरकार के पतन की इबारत लिख रहा है - अजय सिंह
- किसानों, गरीबों और बेरोजगारों को आत्महत्या के लिए विवश करने वाली सरकार को सबक सिखाएं - संजय कपूर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रदेश में 150 सीटों की जीत का दावा करते हुए कहा है कि सरकार के खिलाफ जनता के आक्रोश को देख कर भाजपा चुनाव के पहले ही अपनी पराजय स्वीकार कर चुकी है। अजय सिंह ने कहा कि केंद्र के मंत्रियों को विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए मजबूर करना भाजपा की हताशा और निराशा का परिचायक है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति, विधायक संजय शर्मा, श्रीमती सुनीता पटेल, नरसिंहपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष नरेंद्र राजपूत सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में नरसिंहपुर जिले के नरसिंहपुर, सिंहपुर, निवारी, आमगांव, करेली, उमरपानी, खुरसुरु, सिगोटा, बिलोनी, खुलरी, सिहोरा, बोहानी, कौड़िया एवं गाडरवारा में आयोजित जनाक्रोश यात्रा को सम्बोधित करते हुए अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश के कोने कोने में निकाली जा रही कांग्रेस की जनाक्रोश यात्रा में उमड़ रहा जनसैलाब भाजपा सरकार के पतन की कहानी लिख रहा है।
अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता मंहगाई से परेशान है। पढ़े लिखे युवा बेरोजगारी से परेशान हैं। महिलाएं और बच्चियां अत्याचार से परेशान हैं। किसान कर्ज से परेशान है। गरीब बिजली के बिल से परेशान है। कर्मचारी वर्कलोड से परेशान है और व्यापारी शोषण से परेशान है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई वर्ग नहीं है जो भाजपा सरकार के कुशासन से परेशान न हो।
अजय सिंह ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस की सरकार बनने पर जनता को जो 5 महत्वपूर्ण वचन दिए हैं उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। अजय सिंह ने बताया कि नारी सम्मान योजना के माध्यम से महिलाओं को 1500 रुपये महीने, 500 रुपये में गैस सिलेंडर, 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट बिजली हाफ, किसानों की कर्जमाफी एवं कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को हर हाल में बहाल किया जाएगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर ने कहा कि भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों की वजह से मंहगाई आसमान छू रही है। लोगों को अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है। बेरोजगारी की स्थिति यह है कि काबिल और पढ़े लिखे युवा रोजगार न मिल पाने की वजह से आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं। उन्होंने जनता से कहा कि ऐसी नकारा और गैरजिम्मेदार सरकार को हर हाल में सबक सिखाएं।