मध्य प्रदेश: पन्ना जिले में गिरदावरी में घोर लापरवाही, निर्धारित समय में पूर्ण नहीं हुई गिरदावरी, किसानों के लिए खडा हुआ संकट
- किसानों के लिए खडा हुआ संकट
- उडद व मूंग के पंजीयन से होंगे वंचित
- निर्धारित समय में पूर्ण नहीं हुई गिरदावरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में खरीफ फसलों विशेष रूप से मूंग और उडद की गिरदावरी में अत्यधिक देरी और घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। जानकारी के अनुसार 2 मई से 20 जून तक जिले में कुल 10 प्रतिशत ही गिरदावरी पूरी हो पाई है। यह देरी किसानों के लिए गंभीर समस्या पैदा कर रही है क्योंकि वह अपनी मूंग और उडद की फसलों का समर्थन मूल्य पर पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं। पंजीयन न होने के कारण किसानों को इन फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना होगा।
जिले की तहसीलों में गिरदावरी की स्थिति पर बात करें तो यहां तहसील पन्ना, देवेंद्रनगर, गुनौर, अजयगढ, अमानगंज, पवई में गिरदावरी की प्रगति शून्य बताई जा रही है। वहीं तहसील शाहनगर, रैपुरा में कुछ गिरदावरी हुई है लेकिन यह बहुत कम है और किसानों की सभी फसलों को कवर नहीं करती है। इस लापरवाही से किसानों में भारी रोष है उनका आरोप है कि कलेक्टर पन्ना सुरेश कुमार इस मामले में पूरी तरह से उदासीन हैं।
किसानों की समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह सडकों पर उतरने और उग्र प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। किसानों का कहना है कि कलेक्टर पन्ना को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और किसानों की शतप्रतिशत गिरदावरी सुनिश्चित कराना चाहिए।