मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा मामला: कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने सरकार से पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच रिपोर्ट मांगी
- कांग्रेस नेता विक्रांत भूरिया ने पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग से पत्र लिखकर इसकी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है।
- कांग्रेस परीक्षा की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर चुकी है।
- 9 लाख 78 हजार अभ्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में ग्रुप-2 सबग्रुप - 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा को जांच रिपोर्ट में क्लीन चिट मिलने के बाद भी मामला शांत नहीं हो रहा है। कांग्रेस लगातार परीक्षा को लेकर सवाल उठा रही है। अब कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया ने सामान्य प्रशासन विभाग से जांच रिपोर्ट मांग ली है। विधायक विक्रांत भूरिया ने जीएडी को पत्र लिखकर राजेंद्र कुमार वर्मा की 30 जनवरी 2024 को सौंपी रिपोर्ट की कॉपी मांगी है। बता दें कांग्रेस परीक्षा की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर चुकी है।
कर्मचारी चयन मंडल ने ग्रुप-2 सबग्रुप-4 और पटवारी परीक्षा के लिए नवंबर 2022 में 9200 पद के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। 15 मार्च से 26 अप्रैल तक 79 सेंटर पर परीक्षाएं आयोजित हुई इस परीक्षा में 12 लाख 7663 अभ्यार्थियों ने आवेदन किया। जिसमें से 9 लाख 78 हजार 270 अभ्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा का 30 जून 2023 को परिणाम आया। इसमें 8617 चयनित अभ्यार्थियों की मेरिट सूची जारी हुई। बाकी पद के लिए रिजल्ट रोक दिए गए। इसके बाद ग्वालियर के एक ही सेंटर से 7 टॉपर के नाम सामने आने के बाद परीक्षा पर सवाल खड़े हुए। इसके बाद रिजल्ट रोक दिया गया।
इसलिए उठे थे परीक्षा पर सवाल
पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सवालों के घेरे मे आ गई थी। इसमें ग्वालियर के एक ही सेटर एनआरआई कॉलेजेस से टॉप 10 मे से 7 अभ्यार्थी आए थे। यहां से 114 अभ्यार्थी का चयन हुआ। टॉपर कई छात्रो ने हिंदी मे हस्ताक्षर किए और उनके इंग्लिश में 25 में से 25 नंबर आए। जांच रिपोर्ट ने सभी आरोगो को गलत बताते हुए क्लीन चिट के की।