तेज बारिश के कारण पुलिया बहीं, कई स्थानों पर बिछ गई फसल

  • सुबह बरसा एक इंच पानी, दिन भर धूप ने बढ़ाई उमस
  • नदी में आई बाढ़, फसलें हुईं खराब
  • पौन घंटे में एक इंच बारिश

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-11 03:16 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। सिवनी जिले में इस बार मानसून का मिजाज लोगों की समझ में ही नहीं आ रहा है। आलम यह है कि एकाएक कहीं बारिश हो जाती है फिर मौसम खुल जाता है। मानसून के आए लंबा अर्सा हो चुका है लेकिन अबतक उमस खत्म नहीं हो पाई है। बुधवार को जिले के विभिन्न स्थानों में सुबह के समय तेज बारिश हुई वहीं बाद में मौसम खुल गया। जिससे उमस परेशान करती रही। इस बारिश से भंडारपुर क्षेत्र में एक पुलिया बह गई जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई। वहीं बादलपार क्षेत्र में नदी का पानी खेत में घुस जाने से फसलें खराब हो गई।

पौन घंटे में एक इंच बारिश

जिला मुख्यालय में बुधवार सुबह लगभग पौन घंटे तक तेज बारिश हुई। इस दौरान लगभग एक इंच बारिश रिकार्ड की गई। हालांकि दिन चढऩे के साथ ही मौसम खुल गया और फिर तेज धूप के कारण उमस दिनभर परेशान करती रही। जिसके कारण दिन का तापमान 27 जून के बाद 30 डिग्री सैल्सियस को पार कर गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी अभी 24 डिग्री के पास बना हुआ है जिसके कारण रातों को भी उमस परेशान कर रही है। वातावरण में नमी मौजूद होने से चिपचिपाहट का एहसास होता रहता है।

 

नदी में आई बाढ़, फसलें हुईं खराब

बुधवार सुबह हुई तेज बारिश का असर कई स्थानों पर देखने को मिला। कुरई क्षेत्र में नेवरी नदी में आई बाढ़ के कारण फसलों को बड़े पैमाने पर क्षति की बात स्थानीय किसानों ने कही है। इस संबंध में किसानों ने एक ज्ञापन कलेक्टर को भी सौंपा है। किसानों ने बताया है कि बुधवार सुबह पांच बजे से 10 बजे के बीच अत्यधिक तेज बारिश हुई है जिस कारण ग्राम कोटकसा, डुंगरिया, खांखरा, जोगीवाड़ा, सापापार, बेलटोला के पास स्थित नेवरी नदी मे भीषण बाढ़ आ गई तथा बाढ़ का पानी नदी के दोनों ओर स्थित खेतों में भर गया जिससे किसानों के खेतों में लगी मक्का व धान की फसल पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है। किसानों ने फसल क्षति का मुआवजा दिलाने की मांग की है। उम्मीदों पर फिरा पानी किसान हरिदास, अशोक धुर्वे, पूरन लाल बरमैया, संतकुमार सोनी, अतरलाल, राजाराम वर्मा, तेजलाल बरकड़े, नरेश वर्मा, संजय तिजरे सहित अन्य किसानो का कहना है कि क्षेत्र में उगने वाली मक्का और धान की फसलें आर्थिक रूप से काफी फायदेमंद होती हैं। उन्होंने खरीफ सीजन को लेकर कई उम्मीदें पालीं थीं लेकिन उन पर पानी फिर गया है। बोनी का लगभग एक माह का समय बीत चुका है। ऐसे में यदि दोबारा फसलें बोईं जाएं तो वे काफी पिछड़ जाएंगी। इसके साथ ही आगामी चार महीनों में फिर से बाढ़ आने की आशंका भी बनी हुई है। ऐसे में किसानों की उम्मीदें धराशाई हो गई हैं। किसानों ने शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी फसलों का सर्वेक्षण कर आवश्यक मदद दिलाई जाए। वहीं इस मामले में कलेक्टर संस्कृति जैन का कहना है कि इस संबंध में नियमानुसार जो भी संभव कदम होंगे उठाए जाएंगे।

पुलिया टूटी, बढ़ी बच्चों की परेशानी

बुधवार को आई तेज बाढ़ के कारण लखनवाड़ा क्षेत्र के ग्राम पंचायत भंडारपुर के अंतर्गत आने वाली भंडारपुर चावड़ी मार्ग की पुलिया टूट गई। सरपंच पुरषोत्तम सनोडिय़ा ने बताया कि पुलिया टूट जाने के कारण क्षेत्र के लगभग एक सैकड़ा बच्चों की परेशानी बढ़ गई है जो स्कूल के लिए इस मार्ग से प्रतिदिन आवागमन करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों से प्रशासन से मांग करने के बाद भी यहां की पुलिया का निर्माण नहीं हुआ। अबतक जैसे-तैसे काम चल रहा था लेकिन इस बार स्कूल के बच्चों सहित ग्रामीणों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिया के शीघ्र निर्माण की मांग की है।

बारिश का अनुमान

मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में जिले के अधिकांश स्थानों में अच्छी बारिश की संभावना बनी हुई है। इन दिनों सक्रिय वैदर सिस्टमों के कारण कई स्थानों पर तेज बारिश तो कहीं कहीं मध्यम बारिश की संभावना है।

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