डायरिया का प्रकोप: पीएचई ने दूषित पानी के कुएं को ढंका

  • ग्राम चिमटीपुर और रातेड़ में दूषित पानी
  • पानी से ग्रामीण डायरिया का शिकार हुए
  • यहां बच्ची समेत दो लोगों की मौत हुई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-29 03:58 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। तामिया के पातालकोट स्थित ग्राम चिमटीपुर और रातेड़ में दूषित पानी के सेवन से ग्रामीण डायरिया का शिकार हो गए थे। यहां बच्ची समेत दो लोगों की मौत के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाकर ग्रामीणों को इलाज दिया था। इसी के साथ पीएचई विभाग ने अब कुआं और झिरिया को ढंक दिया है, ताकि ग्रामीण कुएं के दूषित पानी का इस्तेमाल न करें।

 गौरतलब है कि बीते शनिवार को चिमटीपुर और रातेड़ में दूषित पानी क सेवन से दो दर्जन से अधिक ग्रामीण उल्टी-दस्त का शिकार हो गए थे। चिमटीपुर निवासी 50 वर्षीय अमरवती भारती और रातेड़ निवासी 2 वर्षीय शारदा भारती की डायरिया की वजह से मौत हो गई थी।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डोर टू डोर जाकर मरीजों को इलाज दिया और जरुरत के मुताबिक मरीजों को अस्पताल रेफर किया था। दूसरी ओर पीएचई विभाग ने जिस कुएं के दूषित पानी को पीकर लोग बीमार पड़ रहे थे। उस कुएं को ढंक दिया है।

खतरे का लगाया बोर्ड-

बताया जा रहा है कि डायरिया फैलने के बाद भी कुछ ग्रामीण निस्तार के लिए उसी कुएं से पानी ले रहे थे। ऐसे में पीएचई विभाग ने कुएं को ग्रीनमेट से ढंक दिया है। इसी के साथ कुएं के बाहर कुएं का पानी दूषित होने का बोर्ड लगाया है, ताकि ग्रामीण और बाहर से आने वाले लोग इस कुएं के पानी का इस्तेमाल न करें।

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