धोखाधड़ी का मामला: एसपी से लेकर पीएमओ तक शिकायत बेअसर, छह साल में डेढ़ दर्जन शिकायत

  • लखनादौन में छह साल पहले 35 लाख की धोखाधड़ी हुई थी
  • आरोपियों के खिलाफ 2018 का मामला दर्ज किया था
  • मामले में अब तक आरोपियों का सुराग हाथ नहीं लगा है

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-09 03:32 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। लखनादौन में छह साल पहले 35 लाख की हुई धोखाधड़ी के मामले में अब तक आरोपियों का सुराग हाथ नहीं लगा है। हैरानी की बात यह है कि अब तक डेढ़ दर्जन शिकायतें हो चुकी हैं। शिकायत एसपी से लेकर पीएमओ आफिस तक हुई, लेकिन एक दूसरे पर मामला टालते हुए शिकायतों को दबा दिया गया। पुलिस के रिकार्ड में मामला केवल एफआईआर तक ही सिमटकर रह गया है। जबकि प्रकरण कायम हुए छह साल से अधिक का वक्त बीत गया।

ये है मामला

लखनादौन के रहने वाले राजेंद्र कुमार जैन ने पर्सनल लोन दिलाने वाली कंपनियों के मोबाइल नंबर संपर्क किया था। कंपनियों ने लोन जल्द दिलाने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क जमा कराया था। इसके बाद लोन नहीं मिला तो फिर से कंपनियों ने झांसा देकर पैसा जमा कराया। इस प्रकार जैन करीब 18 खातों में 35 लाख रुपए से ज्यादा पैसा जमा कर दिया। इसके बाद सभी के मोबाइल नंबर बंद हो गए थे। धोखाधड़ी की शिकायत पर लखनादौन पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 24 अप्रैल 2018 का मामला दर्ज किया था।

एक दूसरे पर टाली शिकायत

राजेंद्र कुमार के अनुसार उसने जहां भी शिकायत की उसमे से किसी ने मामला जांच में तो कहीं ने दूसरे विभागों के आधीन शिकायत बताते हुए कोई कार्रवाई नहीं की। रिजर्व बैंक ने अपराध अनुसंधान का मामला बताकर आगे जांच नहीं की। वहीं एसपी से लेकर आईजी तक पांच बार, सीएम हेल्पलाइन में नौ बार और मुख्यमंत्री को दो बार शिकायत की जा चुकी है। कहीं से भी शिकायत का निराकरण नहीं किया गया है।

फर्जी पते और फर्जी खातेधारक

इस मामले में लखनादौन थाना प्रभारी केपी धुर्वे ने बताया कि मामला संज्ञान में है। अभी मामला जांच में चल रहा है। शिकायत के बाद जांच में पाया गया कि जो कंपनी का नाम जिस एड्रेस पर था वह फर्जी निकला। यहां तक की खातेधारक भी फर्जी थे। मौके पर कोई भी आरोपी नहीं मिला।

Tags:    

Similar News