धोखाधड़ी: बैंकिंग कंपनी के डायरेक्टर पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज

  • वित्तीय संस्था मातृसेवा इंडिया निधि लिमिटेड में धोखाधड़ी
  • तीन दिनों से चल रही पूछताछ
  • संस्था की जमा राशि निजी स्तर पर विड्रॉल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-16 04:25 GMT

डिजिटल डेस्क,भोपाल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में वित्तीय संस्था मातृसेवा इंडिया निधि लिमिटेड के डायरेक्टर गणेश पचौरी के खिलाफ पांढुर्ना थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। तीन दिनों से चल रही पूछताछ और जांच के बाद गुरुवार शाम को पांढुर्ना पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितनी राशि का गबन किया गया है। पीडि़त ग्राहक रोजाना शिकायत लेकर थाने पहुंच रहे है।

पुलिस ने बताया कि आवेदन के आधार पर जमाकर्ताओं के रिकार्ड का मिलान कराया गया है। अब तक की छानबीन से स्पष्ट हो रहा है, कि मातृसेवा इंडिया निधि लिमिटेड के डायरेक्टर गणेश पचौरी ने कई वित्तीय अनियमितता की है। संस्था की जमा राशि निजी स्तर पर विड्रॉल भी की गई है। वित्तीय अनियमितता के चलते जमाकर्ताओं को भुगतान अवधि पूर्ण होने पर भी परिपक्वराशि नहीं मिल पा रही थी। जांच में यह भी सामने आया कि शहर के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में संस्था का खाता है उसमें नाममात्र की राशि जमा है। यहां जमा की गई लाखों की राशि निजी स्तर पर विड्रॉल की गई है। यह सभी देयक डायरेक्टर के हस्ताक्षर से निकले हैं। अब पुलिस प्रत्येक जमाकर्ता से रिकार्ड बुलवाकर खातों का मिलान कर रही है। उन ग्राहकों को पहले बुलाया जा रहा है, जिनकी एफडी और आरडी परिपक्व हो चुकी है। दूसरी ओर यह भी जानकारी सामने आ रही है कि कुछ एजेंटों ने संस्था के बाहर ही अपने स्तर पर लेनदेन किया। इस कारण संस्था द्वारा बांटी गई ऋण राशि की वसूली भी संस्था के मुख्य खाते में नहीं पहुंची।

पौने दो साल पहले खुली मातृसेवा इंडिया निधि-

वित्तीय संस्था में 1 हजार 144 लोगों ने करोड़ों की राशि जमा कराई है। लगभग एक महीने से इस संस्था के भुगतान में लेटलतीफी होने लगी थी। तब ग्राहकों सहित एजेंटों ने एसपी और कलेक्टर से मामले की शिकायत की थी। इस मामले को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद जांच कार्रवाई में तेजी आई थी।

इनका कहना:

-इस मामले में डायरेक्टर के खिलाफ धारा ४२० के तहत मामला दर्ज किया गया है। विवेचना के अन्य पहलुओं पर भी काम चल रहा है। जिसके आधार पर भविष्य में अन्य दोषियों और रिकवरी की स्थिति स्पष्ट होगी।

-अजय मरकाम, टीआई, पुलिस थाना पांढुर्ना।

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