कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा: जनसुनवाई में आत्महत्या की कोशिश, महिला ने अधिकारियों के सामने डाला खुद पर केरोसिन
- मकान को लेकर था विवाद
- स्थानीय पटवारी पर लगाए गंभीर आरोप
- प्रशासन ने तहसीलदार से मांगी रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में हंगामा हो गया। परासिया की महिला ने जनसुनवाई के दौरान खुद पर केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की। अचानक हुए इस घटनाक्रम से अफसर भी सकते में आ गए। जैसे-तैसे महिला के हाथ से केरोसिन की बॉटल लेकर समझाने की कोशिश की गई। तब जाकर मामला शांत हुआ।
परासिया के वार्ड क्रमांक 3 निवासी महिला कनीजा आलम पति इमरान आलम मंगलवार को जनसुनवाई में शिकायत लेकर आई थी। महिला का आरोप है कि पटवारी विजय सोनी से उसने 40 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे। गिरवी के ऐवज में पटवारी ने मकान अपने नाम करवा लिया। ये रकम ब्याज सहित उसने वापस कर दी है। वहीं एक लाख के रूपए के ऊपर अब तक दे चुकी है, लेकिन अब विजय द्वारा मकान वापस देने के ऐवज में 3 लाख रुपए की मांग की जा रही है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण छिंदवाड़ा में जनसुनवाई में आकर ये करना पड़ा है।
इलाज के लिए ली थी रकम
महिला का कहना है कि उसे गले में गठान आने के कारण मेरे ऑपरेशन में 70 से 80 हजार रुपए का खर्चा आ रहा था। इतनी बड़ी रकम न होने के कारण उसने मकान को गिरवी रखा था। जिसका ब्याज लगातार दे रही थी, लेकिन इसके बाद भी अब तीन लाख रुपए अतिरिक्त मांगे जा रहे हैं।
घटना के बाद हडक़ंप
जनसुनवाई के बीच महिला द्वारा आत्महत्या करने की कोशिश के चलते कलेक्ट्रेट में हडक़ंप मच गया। अधिकारी भी समझ नहीं पाए की अचानक क्या हो गया। अपनी बच्ची के साथ आई महिला अपने साथ ही केरोसिन भी लेकर आई थी।
तहसीलदार से मांगी रिपोर्ट
घटना के बाद इस पूरे प्रकरण की रिपोर्ट वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा परासिया तहसीलदार से मांगी गई है। मामला जमीन के विवाद से जुड़ा है, इस कारण अफसर भी ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट आने के बाद ही प्रकरण के संबंध में बताया जा सकेगा।
40 हजार में खरीदा था मकान
इस मामले में जिस पटवारी विजय सोनी पर महिला ने आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि 2008 में 40 हजार मेें उसके द्वारा ये मकान खरीदा गया था। 2009 में नपा में आवेदन विज्ञापन देकर नामांतरण करवाया गया। टैक्स और बिजली बिल का 10 हजार भुगतान किया गया। कनीजा आलम अब उस मकान को वापस लेना चाहती है।