वारदात: दो बेटों समेत पत्नी की हत्या कर युवक ने की खुदकुशी, सिटी कोतवाली के नजीराबाद में सनसनीखेज घटना

  • सतना जिले में हुई दिल दहला देने वाली घटना
  • युवक ने पत्नी और 2 बेटी का कत्ल करने के बाद दी जान
  • कोतवाली थाना क्षेत्र के नजीराबाद की घटना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-11 12:15 GMT

डिजिटल डेस्क, सतना। सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के नजीराबाद में 32 वर्षीय युवक ने पत्नी और 2 बेटों की हत्या के बाद रेलवे ट्रैक पर खुदकुशी कर लिया। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है, तो वहीं पुलिस सभी पहलुओं को जोडऩे के लिए बारीकी से जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक तिघरा निवासी राकेश अपनी पत्नी संगीता (30) के साथ मजदूरी कर दो बच्चों निखिल (8) और ऋषभ (6) का भरण-पोषण कर रहा था। सतना में रहने के लिए 9 जुलाई की सुबह युवक अपने परिवार के साथ नजीराबाद निवासी पूर्व परिचित राजेश और चंदा प्रजापति के घर पहुंचा, जहां उसने किराये का कमरा नहीं मिलने तक रुकने के लिए जगह मांगी तो दम्पति ने एक कमरा दे दिया, जिसमें सामान रखने और बच्चों को छोडऩे के बाद पति-पत्नी काम पर चले गए।

कब मचा हड़कंप

मकान मालकिन ने पति-पत्नी को आखिरी बार रात सवा 8 बजे कमरे में वापस आते देखा, मगर जब 10 जुलाई की सुबह नींद से जागकर बाहर निकली तो राकेश के कमरे का गेट बाहर से बंद था। संदेह होने पर उसने दरवाजा खोला तो अंदर संगीता और उसके बच्चों के शव पड़े थे, मगर युवक का पता नहीं था, लिहाजा महिला ने पति को जानकारी दी, जिसने पुलिस को सूचित कर दिया। खबर लगते ही कोतवाली पुलिस घटनास्थल पर जांच में जुट गई। फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह ने अपने सहयोगियों अनिल विश्वकर्मा, मुकेश यादव और डॉग स्क्वॉड के साथ भौतिक साक्ष्य जुटाए, जिससे प्रथम दृष्टया ही मां-बेटों की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की बात सामने आ गई, तो वहीं पति के गायब होने से वारदात का पूरा संदेह उस पर ही आ गया। इस सनसनीखेज घटना की जांच के लिए रीवा जोन के डीआईजी साकेत प्रकाश पांडेय भी मौके पर पहुंचे थे।

रेलवे ट्रैक पर मिली युवक की क्षत-विक्षत लाश

दो मासूम बच्चों समेत महिला की हत्या से सकते में आई पुलिस तुरंत पति और परिजनों के संबंध में जानकारी जुटाने लगी, तभी रेल प्रशासन से खबर लगी कि तिघरा के पास रेलवे ट्रैक पर अज्ञात व्यक्ति की क्षत-विक्षत लाश पड़ी हुई है, जिस पर एक टीम को मौके पर रवाना किया गया। तब तक तिघरा के कुछ ग्रामीण भी मौके पर आ चुके थे। लाश का सिर और दोनों हाथ गायब थे, ऐसे में कपड़ों और चप्पल से उसकी शिनाख्त राकेश पुत्र गंगा प्रसाद चौधरी, निवासी तिघरा के रूप में की गई। रेलवे की तरफ से बताया गया था कि 9-10 जुलाई की रात करीब 3 बजे कोई युवक ट्रेन से कट गया। इस घटना में काफी दूर तक घिसट जाने से सिर व हाथ क्षत-विक्षत हो गए थे, जिनके अवशेष एकत्र किए गए हैं।

सीसीटीवी फुटेज से मिले अहम सुराग 

घटना स्थल की जांच के दौरान पुलिस टीम को राजेश प्रजापति के घर के ठीक सामने बने मकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा नजर आया, जिसका फोकस उस कमरे की तरफ ही था, जिसमें संगीता और उसके दोनों बच्चों के शव मिले थे। ऐसे में पुलिस की एक टीम को 9 जुलाई की सुबह चौधरी परिवार के कमरे में आने से लेकर 10 जुलाई की सुबह 7 बजे तक की रिकार्डिंग देखने का टास्क दिया गया। एक-एक मिनट के फुटेज चेक किए गए, जिसमें यह स्पष्ट हो गया कि मंगलवार रात को सवा 8 बजे संगीता और राकेश काम से लौटे, फिर राकेश बच्चों को लेकर बाजार की तरफ चला गया, जबकि महिला फोन पर बात करने लगी।

3 घंटे 16 मिनट में हुआ खूनी खेल

40 मिनट के बाद 8.51 पर युवक दोनों बेटों के साथ वापस आया, तब भी संगीता फोन पर बात कर रही थी। यह देखकर पति ने मोबाइल छुड़ाया और खींचकर उसे कमरे में ले गया, इसके बाद दरवाजा बंद हो गया। रात 12 बजकर 7 मिनट पर एक बार फिर कमरे का गेट खुला, जिससे राकेश हड़बड़ी में बाहर निकला और कुछ कदम पूर्व की तरफ जाने के बाद रेलवे ट्रैक की तरफ पैदल निकल गया। इसके पश्चात बुधवार सुबह साढ़े 6 बजे मकान मालिक की पत्नी चंदा प्रजापति कमरे का दरवाजा खोलते दिखी। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट है कि कमरे में कोई तीसरा व्यक्ति नहीं आया, बंद दरवाजे के अंदर संभवत: विवाद के बाद राकेश चौधरी ने ही धारदार हथियार से पहले पत्नी, फिर दोनों बच्चों को मौत के घाट उतार दिया और आत्मग्लानी के चलते ट्रेन से कटकर जान दे दी। अभी तक वारदात में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ है।

दो बार बच्चों के साथ प्रेमी के पास गई, दोनों बार लौटी

संगीता का मायका सभापुर थाना क्षेत्र के खांच-रेउहान गांव में है। उसकी शादी 10 वर्ष पहले राकेश के साथ की गई थी, जिससे 8 और 6 वर्ष के दो बेटे हैं। विवाह के बाद महिला की जान-पहचान कमलेश चौधरी नामक युवक से हो गई। दोनों के बीच फोन पर लगातार बातचीत होने लगी। इसी बीच 15 फरवरी 2024 को संगीता एक बेटे को लेकर गायब हो गई, तब पति ने कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लगभग एक महीने बाद परिजन उसे खोज लाए, मगर तब महिला ने लिखित हलफनामा देकर प्रेमी कमलेश के साथ रहने की इच्छा जताई, हालांकि घर वालों के दबाव में पति के साथ ही रुक गई, मगर 14 जून 2024 को एक बार फिर दोनों बेटों के साथ प्रेमी के पास कटनी चली गई, जहां 29 जून को एक विद्यालय में बड़े बेटे निखिल का एडमिशन कराते हुए पिता की जगह कमलेश का नाम दर्ज कराया। इस सब के बावजूद 5 जुलाई को फिर से बच्चों को लेकर संगीता पति के पास आ गई। पत्नी की हरकतों से राकेश काफी अपमानित महसूस कर रहा था, इसी के चलते वह गांव छोडक़र सतना में रहने आया था। पुलिस को कमरे से एफीडेविड भी मिला है।

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