खेलो इंडिया की ई-खेल पाठशाला से मिल रहा फायदा
खेल सचिव खेलो इंडिया की ई-खेल पाठशाला से मिल रहा फायदा
- कार्यक्रम में मंगलवार को युवा मामलों और खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने भाग लिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में शारीरिक शिक्षा शिक्षकों और सामुदायिक प्रशिक्षकों के विकास को मजबूत करने के प्रयास के साथ, खेलो इंडिया ई-खेल पाठशाला के शारीरिक शिक्षा और सामुदायिक प्रशिक्षकों के लिए फाउंडेशन कोर्स का एक और बैच शुरू किया गया है।
यह एक अनूठा पाठ्यक्रम है, जो एक ऑनलाइन मंच पर एक समान पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिसके माध्यम से जमीनी स्तर पर शारीरिक शिक्षक और सामुदायिक प्रशिक्षक अपने कौशल में सुधार कर सकते हैं।
कार्यक्रम में मंगलवार को युवा मामलों और खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने पूरे भारत के शिक्षा मंत्रालय के तहत 5000 से अधिक शारीरिक शिक्षा शिक्षकों को संबोधित किया और उन्हें एक ऐसे पाठ्यक्रम में शामिल होने पर बधाई दी, जिसने पिछले कुछ वर्षों में एक अलग पहचान बनाई है।
ई-खेल पाठशाला पाठ्यक्रम का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के लक्ष्मीबाई नेशनल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन द्वारा किया जा रहा है और अब इसका सातवां बैच शुरू किया गया है।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए चतुर्वेदी ने कहा, हमारे माननीय प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व वाली सरकार खेलों पर बहुत ध्यान दे रही है और ओलंपिक और पैरालिंपिक में हालिया सफलता उस बदलाव का गवाह है। हम अब खेल में एक महाशक्ति बनने के लिए और इसे हासिल करने के लिए खेल पारिस्थितिकी तंत्र के हर पहलू को मजबूत करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, इस पूल से हमारे पास अगले ओलंपिक पदक विजेता होंगे और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है। इसी इरादे से ई-खेल पाठशाला शुरू की गई है, ताकि जमीनी स्तर से ही हम खेल शिक्षकों को शिक्षित कर सकें और लाखों युवा छात्रों के लिए शारीरिक शिक्षा कक्षाएं संचालित करने के लिए उन्हें सही ज्ञान और कौशल दे सकें।
पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए शारीरिक फिटनेस के महत्व पर ध्यान केंद्रित करना है। 6 सप्ताह के कार्यक्रम के दौरान, उपस्थित लोगों के पास 40 ऑनलाइन कक्षाएं लेने वाले कुल 36 विशिष्ट प्रवक्ता होंगे, जहां वे फिटनेस, स्वास्थ्य, शारीरिक शिक्षा, खेल विज्ञान, अन्य विषयों पर चर्चा करेंगे।
पाठ्यक्रम के पूरा होने पर प्रतिभागी उन सत्रों की परीक्षा देंगे, जिनमें उन्होंने फाउंडेशन पाठ्यक्रम के प्रमाणन के लिए 6 सप्ताह की अवधि में भाग लिया है।
(आईएएनएस)