उत्तरप्रदेश बजट 2024: योगी अखिलेश में कविता और दोहे से वार-पलटवार, योगी का हमला- समाजवादी पार्टी ने मथुरा और काशी के लिए कुछ नहीं किया

  • सरकार ने 5 फरवरी को पेश किए था बजट
  • योगी और अखिलेश ने एक दूसरे पर बोला हमला
  • सीएम ने समाजवादी पार्टी को लेकर कही ये बात

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-10 14:20 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को विधानसभा में राज्य के बजट पर सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि आप तो मथुरा और काशी जाने से डरते थे। आपको अपनी पार्टी के वोट बैंक छिटक जाने की चिंता सता रही थी। सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने कार्यकाल में मथुरा और काशी में ताला लगवा दिया था। राज्य में बीजेपी की सत्ता में आते ही हमारी सरकार ने इन जगहों पर लगे तालों को खोल दिया है। इस दौरान उन्होंने राज्य में भाजपा सरकार की कई उपलब्धियां पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने अयोध्या, मथुरा और काशी में विकास कार्यों में धन देने के साथ- साथ, वृंदावन, गोकुल, विंध्यवासिनी, नाथ कारिडोर और प्रयागराज कुंभ जैसे कई धार्मिक कार्यों में पैसों का आवंटन किया है।

सीएम योगी ने अखिलेश पर साधा निशाना

इससे पहले अखिलेश यादव ने भगवान राम के नाम पर राजीनीति होने की बात पर कटाक्ष किया था। अखिलेश के इस बयान पर सीएम योगी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम हमारे लिए आस्था का प्रतीक हैं, न ही कोई राजनीतिक विषय। उन्होंने कहा कि राजनीति करना तो आपका काम है। आप अयोध्या इसलिए नहीं जाना चाहते हैं क्योंकि आपकी वोट बैंक की राजनीति खतरे में आ जाएगी। सीएम योगी ने कहा कि हम अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले भी गए थे, अभी भी जा रहे हैं और आगे भी जाते रहेंगे। उत्तरप्रदेश के बजट में अयोध्या, काशी, मथुरा, वृंदावन, गोकुल, विंध्यवासिनी कॉरिडोर, नाथ कारिडोर जैसे कार्यों के लिए धनराशि के आवंटन किया गया है।

सीएम योगी ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि आप ने सत्ता में रहते हुए भी मथुरा वृंदावन के लिए कोई योगदान नहीं दिया। इस वजह से आप वहां जाने से भी कतराते थे। उन्होंने कहा कि काशी में भी समाजवादी पार्टी ने अपने शासनकाल में ताले लगवा दिए थे। साथ ही मथुरा की जन्मभूमि में भी पार्क के पीछे सरकार ने ताला लगवा दिया था। इसके बाद अब हमारी भाजपा सरकार ने दोनों जगहों पर लगे तालों को खोल दिया है।

कविता और दोहे से एक दूसरे पर बोला हमला

सीएम योगी ने कहा था कि मैं बिजनौर दौरे पर गया था और वहां पर एक रात भी गुजारी थी। आप तो कभी यहां नहीं रुकना चाहेंगे। जब आप मुख्यमंत्री थे तो आपने कभी नोएडा और बिजनौर आना जरूर नहीं समझा। आपको इस बात का भय था कि कहीं आपकी कुर्सी न चली जाए। ऐसे में शिवपाल आपकी कुर्सी हथिया लेते। उन्होंने कहा कि आपको अपने चाचा के बारे में निर्णय लेना चाहिए कि आखिर वह क्यों इतने समय से उपेक्षित बैठे नजर आ रहे हैं। सीएम योगी ने पूर्व कई सरकारों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि इन सभी सरकारों ने सत्ता में रहते हुए राज्य का नेतृत्व करने की कोई इच्छा जाहिर नहीं की। यहां सिर्फ नीतिगत जड़ता थी, इच्छा बिल्कुल भी नहीं थी। पिछली सरकारों ने कभी भी प्रदेश के विकास, युवा, महंगाई, गरीबी और रोजगार जैसे विषयों को प्रथामिकता नहीं दी थी।

अखिलेश ने पहले कविता के माध्यम से सीएम योगी पर कटाक्ष किया था। तो वहीं, सीएम योगी ने दोहे का प्रयोग करके उन पर हमला बोला था। सीएम योगी ने कहा था कि तुलसीदास ने ऐसे लोगों के लिए एक बात कही है "सगल पदारथ इही जग माही, कर्महीन नर पावत नाहीं। इसे कहकर सीएम योगी ने अखिलेश की ओर इशारा करते हुए कहा था कि यह दोहा इन पर लागू होता है।

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