डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज दूसरा दिन है। आज भी लोकसभा में शपथ ग्रहण कार्यक्रम जारी रहेगा। बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 266 नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण की थी। जिन सांसदों कल शपथ नहीं ली थी, वो आज शपथ लेंगे। थोड़ी देर में एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार ओम बिरला नामांकन दाखिल करेंगे। स्पीकर पद पर आम सहमति नहीं बनी है। इंडिया ने के सुरेश को स्पीकर उम्मीदवार घोषित किया है। भारत के संसदीय इतिहास में ये पहली बार होगी कि स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। इससे पहले आम सहमति से स्पीकर चुनते रहे है।नई लोकसभा के निर्वाचन होने के बाद शुरू होने वाले पहले सत्र के दो दिन तक नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेते है। स्पीकर का नाम तय करने के लिए सोमवार देर रात गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने बैठक की है। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की तरफ से एक बार फिर ओम बिरला को ही स्पीकर उम्मीदवार बनाया गया है। इसके बाद से विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर अड़ गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि विपक्ष ने साफ बोला है कि राजनाथ सिंह का फोन कॉल आया था। हम एनडीए के लिए स्पीकर का समर्थन करेंगे। लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए।यह भी पढ़े -मंत्रियों को अपने कार्यों पर आत्मचिंतन की जरूरत प्रियांक खड़गेलोकसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन करने का आज आखिरी दिन है। इसलिए एनडीए के उम्मीदवार को आज 12 बजे तक अपना नामांकन दाखिल करना होगा। नामांकन दाखिल होने के बाद कल लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा। बहुमत से दूर बीजेपी किसी भी विवाद से बचने के लिए एनडीए की तरफ से एक बार फिर ओम बिरला के नाम पर विचार कर सकती है।हालांकि, अभी तक इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।यह भी पढ़े -झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने की अहम बैठकइससे पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि स्पीकर के लिए विपक्ष भी उम्मीदवार उतार सकती है। जो सही साबित हुआ। ऐसा पहली बार होगा जब इस पद के लिए चुनाव हो सकता है। ऐसा हुआ तो आम सहमति से स्पीकर चुनने की अब तक चली आ रही परंपरा भी टूट जाएगी। आजादी के बाद से अब तक लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है। स्पीकर का पद सत्ताधारी दल और डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के पास रहता है। हालांकि बहुमत एनडीए के पास है, लेकिन गठबंधित एनडीए सरकार में से नीतीश कुमार और नायडू में एक भी दल रूठा तो मोदी सरकार के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। ये भी हो सकता है बीजेपी इन दोनों दलों में से किसी एक को स्पीकर का पद सौंप दें। यह भी पढ़े -पीएम मोदी ने इमजेंसी को लेकर कांग्रेस को घेरा, मल्लिकार्जुन खरगे ने किया पलटवार, जानिए कांग्रेस के अध्यक्ष का जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आज दूसरा दिन है। आज भी लोकसभा में शपथ ग्रहण कार्यक्रम जारी रहेगा। बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 266 नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण की थी। जिन सांसदों कल शपथ नहीं ली थी, वो आज शपथ लेंगे। थोड़ी देर में एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार ओम बिरला नामांकन दाखिल करेंगे। स्पीकर पद पर आम सहमति नहीं बनी है। इंडिया ने के सुरेश को स्पीकर उम्मीदवार घोषित किया है। भारत के संसदीय इतिहास में ये पहली बार होगी कि स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। इससे पहले आम सहमति से स्पीकर चुनते रहे है।नई लोकसभा के निर्वाचन होने के बाद शुरू होने वाले पहले सत्र के दो दिन तक नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेते है। स्पीकर का नाम तय करने के लिए सोमवार देर रात गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने बैठक की है। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की तरफ से एक बार फिर ओम बिरला को ही स्पीकर उम्मीदवार बनाया गया है। इसके बाद से विपक्ष डिप्टी स्पीकर के पद को लेकर अड़ गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि विपक्ष ने साफ बोला है कि राजनाथ सिंह का फोन कॉल आया था। हम एनडीए के लिए स्पीकर का समर्थन करेंगे। लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए।यह भी पढ़े -मंत्रियों को अपने कार्यों पर आत्मचिंतन की जरूरत प्रियांक खड़गेलोकसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन करने का आज आखिरी दिन है। इसलिए एनडीए के उम्मीदवार को आज 12 बजे तक अपना नामांकन दाखिल करना होगा। नामांकन दाखिल होने के बाद कल लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा। बहुमत से दूर बीजेपी किसी भी विवाद से बचने के लिए एनडीए की तरफ से एक बार फिर ओम बिरला के नाम पर विचार कर सकती है।हालांकि, अभी तक इसका कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।यह भी पढ़े -झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने की अहम बैठकइससे पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि स्पीकर के लिए विपक्ष भी उम्मीदवार उतार सकती है। जो सही साबित हुआ। ऐसा पहली बार होगा जब इस पद के लिए चुनाव हो सकता है। ऐसा हुआ तो आम सहमति से स्पीकर चुनने की अब तक चली आ रही परंपरा भी टूट जाएगी। आजादी के बाद से अब तक लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है। स्पीकर का पद सत्ताधारी दल और डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के पास रहता है। हालांकि बहुमत एनडीए के पास है, लेकिन गठबंधित एनडीए सरकार में से नीतीश कुमार और नायडू में एक भी दल रूठा तो मोदी सरकार के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। ये भी हो सकता है बीजेपी इन दोनों दलों में से किसी एक को स्पीकर का पद सौंप दें। यह भी पढ़े -पीएम मोदी ने इमजेंसी को लेकर कांग्रेस को घेरा, मल्लिकार्जुन खरगे ने किया पलटवार, जानिए कांग्रेस के अध्यक्ष का जवाब