क्या रायबरेली लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी को मिलेगी जीत? सर्वे में आए चौंकाने वाले नतीजे
क्या रायबरेली लोकसभा सीट से प्रिंयका गांधी को मिलेगी जीत?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अभी से ही तैयारियां तेज कर दी है। साथ ही सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगी हुई है। कांग्रेस भी केंद्र की सत्ता में काबिज होने के लिए अपने हिसाब से रणनीति तैयार करने में लगी है। इस बीच एक बार फिर लोगों की नजरें उत्तर प्रदेश के रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर जम गई है। ये दोनों सीटें कांग्रेस की गढ़ रही हैं। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बीजेपी से शिकस्त से मिली। बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को अमेठी में हराकर खुद का राजनीतिक लोहा मनवाया। हालांकि, 2019 में मोदी लहर होने के वाबजूद भी सोनिया गांधी अपनी रायबरेली लोकसभा सीट बचाने में कामयाब रही।
ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी से जीत हासिल करेगी या फिर नही? इसके अलावा सवाल यह भी उठ रहा है कि अगले साल सोनिया गांधी रायबरेली से एक बार फिर चुनाव लडेंगी या फिर उनकी जगह पर उनकी बेटी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी को मौका दिया जाएगा। इन्हीं सभी अटकलों पर एबीपी न्यूज के सी-वोटर ने एक सर्वे किया है कि अगर प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ती है तो क्या वह इस सीट से लोकसभा सदन का सफर तय कर पाएंगी।
सी-वोटर ने लोगों से सवाल किया किया कि अगर प्रियंका गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ती हैं तो क्या वह जीत हासिल कर पाएंगी? जिसके बाद लोगों ने अपना जवाब दिया। सर्वे में 49 फीसदी लोगों ने कहा कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ती है तो वह जीत हासिल पाएंगी। साथ ही 42 फीसदी लोगों का मानना है कि वे रायबरेली से चुनाव हार जाएंगी। इसके अलावा 9 फीसदी लोगों ने 'पता नहीं' में जवाब दिया।
एबीपी न्यूज सी-वोटर का सवाल- रायबरेली से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ती हैं तो क्या जीत पाएंगी?
हां- 49 फीसदी
नहीं- 42 फीसदी
पता नहीं- 9 फीसदी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सोनिया गांधी ने पार्टी के बड़े नेताओं के साथ एक बैठक की है। जिसमें यह फैसला लिया गया है कि प्रियंका गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी बल्कि उनको हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा भेजा जाएगा। बता दें कि, अभी इस मसले पर अंतिम फैसला होना बाकी है।