लोकसभा चुनाव 2024: कंगना के आजादी वाले बयान पर विक्रमादित्य सिंह का पलटवार, बोले - 'हमारे नहीं कम से कम अपने नेताओं का तो सम्मान करो'
- विक्रमादित्य सिंह को कांग्रेस ने मंडी से बनाया उम्मीदवार
- कंगना के आजादी वाले बयान पर कांग्रेस नेता ने किया पलटवार
- केंद्र की बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, शिमला। लोकसभा चुनाव बिगुल बज चुका है। इस महामुकाबले से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के उम्मीदवारों के बीच जुबानी जंग भी तेज हो गई है। बात करें हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट की तो यहां से उम्मीदवार के रूप में अपने नाम का ऐलान होने के तुरंत बाद विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कंगना रनौत के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश को असली आजादी साल 2014 के बाद मिली।
कम से कम अटली जी का तो सम्मान करो
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, 'कई लोग कहते हैं कि आजादी 2014 में मिली। अरे, हमारे नेताओं की इज्जत नहीं करते हो तो न करो, लेकिन कम से कम अटल बिहारी वाजपेयी का तो सम्मान करो।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'अटल बिहारी जो देश के प्रधानमंत्री रहे, कम से कम उनको तो याद करना चाहिए। उनका तो सम्मान करना चाहिए। उनके शासनकाल में देश में पोखरण में परमाणु परीक्षण हुआ, कम से कम उनका तो आदर किया जाए। आज देश में अंधभक्ति की सोच चल पड़ी है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
बता दें कि कंगना ने कुछ साल पहले एक टीवी प्रोग्राम में कहा था कि भारत को 1947 में भीख में आजादी मिली थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी देश के पीएम बने। कंगना का यह बयान उनके लोकसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सुर्खियों में है।
लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है बीजेपी
इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी की इच्छा है कि देश में लोकतंत्र को खत्म किया जाए। देश में इसके बाद चुनाव ही न हों, ऐसी व्यवस्था लाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि जो कोई भी बीजेपी के खिलाफ बोलने की कोशिश करता है उसे जेल में डाल दिया जाता है। आजादी के बाद से लेकर अभी तक के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब दो-दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डाल दिया गया है।