हल्द्वानी हिंसा: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में हाई अलर्ट जारी किया
- हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा
- हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद
- पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली| उत्तराखंड सरकार ने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई हिंसा के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल जिला प्रशासन ने भी हलद्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं। घटना में अभी तक आधिकारिक जानकारी के मुताबिक दो लोगों की मौत हुई है और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। प्रशासन ने सभी स्कूल-कॉलेजों को भी बंद करने का आदेश दिया है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए रामनगर से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई और बनभूलपुरा थाने पहुंचने के बाद पुलिस ने फिर मोर्चा संभाल लिया। उपद्रवियों ने थाने में आगजनी और तोड़फोड़ की। दंगाईयों ने दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। अब पूरे इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है।
डीएम नैनीताल वन्दना सिंह ने कहा, "होई कोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई।.....सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए...कुछ ने होई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया। यह कोई पृथक गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट करके की गई गतिविधि नहीं।
हिंसा उसम भड़क उठी जब पुलिस के साथ नगरपालिका के अधिकारी अतिक्रमण स्थल को हटाने गए थे। बुलडोजर चलाने पहुंचे प्रशासन पर उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया, वहां मौजूद भीड़ ने नारेबाजी और पथराव करते हुए हिंसा को अंजाम दिया।
देखते ही देखते पूरे इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, लाठीचार्ज किया। इसके बाद हिंसा की घटना और बढ़ गई। बढ़ते बवाल को देखते हुए पुलिस आलाकमान ने दंगाईयों पर गोली मारने के निर्देश दिए।हिंसा में कई पुलिस कर्मी और नगरपालिका के कर्मचारी घायल हो गए, जिन्हें आनन फानन में अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। हालफिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।