संसद शीतकालीन सत्र: 70 साल से अधिकारों से वंचितों को न्याय देने के लिए लाए गए जम्मू-कश्मीर पर दो विधेयक: शाह
- संसद के शीतकालीन सत्र में बोले गृह मंत्री अमित शाह
- कहा - दोनों विधेयक उन लोगों को न्याय देगें जो बीते 70 साल से अपने अधिकारों से वंचित हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 उन लोगों को न्याय देगा जो पिछले 70 साल से अपने अधिकारों से वंचित हैं।
लोकसभा में दोनों विधेयकों पर बोलते हुए शाह ने कहा, ''जो विधेयक मैं यहां लाया हूं वह उन लोगों को न्याय दिलाने और उनका अधिकार देने से संबंधित है, जिनके खिलाफ अन्याय हुआ, जिनका अपमान हुआ और जिनकी उपेक्षा की गई।'' उन्होंने कहा कि किसी भी समाज में जो लोग वंचित हैं, उन्हें आगे लाना चाहिए और यही भारत के संविधान की मूल भावना है।
मंत्री ने कहा, "लेकिन उन्हें इस तरह से आगे लाना होगा जिससे उनका सम्मान कम न हो। अधिकार देना और सम्मानपूर्वक अधिकार देना दोनों में बहुत बड़ा अंतर है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि कमजोर और वंचित वर्ग की बजाय इसका नाम बदलकर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कर दिया जाए।” शाह ने मंगलवार को लोकसभा में विधेयक पेश किया था।
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|