एनडीए सरकार गठन: केंद्रीय मंत्रीमंडल में इस बार भाजपा के सामने बड़ी चुनौती, JDU, TDP और अन्य सहयोगी दल में से इन दलों को मंत्रीपद ऑफर होने के आसार

  • एनडीए में घटक दलों ने नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना
  • नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के समक्ष पेश किया सरकार बनाने का दावा
  • जानिए किन दलों को केंद्रीय मंत्रीमंडल में मिल सकती है जगह

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-07 19:41 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ। इस बार के नतीजों में भाजपा अकेले बहुमत के आंकड़ो को पार करने में विफल रही। ऐसे में सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा को एनडीए के घटक दलों को साधना पड़ रहा है।

भाजपा की ओर से आयोजित एनडीए की बैठक में शुक्रवार को सहयोगी दलों ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लगाई गई। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। चुनाव के नतीजे आने के 3 दिनों तक भाजपा ने एनडीए के घटक दलों को बांधे रखने के लिए काफी कशमकश की। गठबंधन के नेता मोदी ने संसदीय दल का समर्थन प्राप्त कर शुक्रवार को राष्ट्रपति के समक्ष सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद भाजपा ने एनडीए के हर एक सहयोगी दलों के नेताओं के साथ वन टू वन बैठक की। ऐसे में आइए जानतें हैं आज के पूरे सियासी घटनाक्रम के बारे में

मोदी ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

नरेंद्र मोदी को तीसरी बार संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने राष्ट्रपति से मुलाकात की। यहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने आवास पर एनडीए के सहयोगी दलों की वन टू वन बैठक बुलाई। इस बैठक में नड्डा ने सभी दलों के साथ एनडीए सरकार में मंत्री पद और उनकी संख्या के मुद्दे पर चर्चा की। इस बीच द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी की ओर से पेश सरकार बनाने के प्रस्ताव को पारित कर दिया।

एनडीए के सामने चुनौती

एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में सहयोगियों दलों को मंत्रालय सौंपना भाजपा का सबसे बड़ा चैलेंज होगा। इस बार देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा एनडीए के घटक दलों के साथ मिलकर मंत्रालय के मसले को कैसे संतुलित रखती है। इसे लेकर जेपी नड्डे ने अपने आवास पर नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार, जयंत चौधरी और अन्य कई दलों के साथ वन टू वन बैठख का आयोजन किया। इस बैठक में अमित शाह, राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे।

मंत्रीमंडल में जेडीयू, टीपीडपी और आरएलडी को जगह

सूत्रों की मानें तो, इस बार की एनडीए सरकार में नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्र बाबू नायडू की टीडीपी पार्टी की भूमिका सुर्खियों में है। इस लिहाज से भाजपा इन दोनों दलों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में काफी अहमियत दे सकती है। सहयोगी दलों की बैठक में जयंत चौधरी भी जेपी नड्डा के आवास पर शामिल होने के लिए पहुंचे। उत्तप्रदेश के लोकसभा नतीजों में जयंत चौधरी की आरएलडी पार्टी ने पश्चिम यूपी की सभी दो सीटों पर जीत हासिल की थी। यूपी की इन सीटों को भाजपा ने आरएलडी को सीट शेयरिंग के समय दी थी। लिहाजा साफ है कि इस बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जयंत चौधरी को भी अहम मंत्री पद ऑफर होने के आसार है।

एनसीपी (अजीत गुट) और शिवसेना (शिंदे गुट) की मांग

एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में महाराष्ट्र में भाजपा के कई सहयोगी दलों ने अपनी मांग रखी है। सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना को 2 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री देने की मांग रखी है। जबकि, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की शिवसेना ने 1 कैबिनेट मंत्री और 1 राज्य मंत्री की मांग की है। इसके अलावा रामदास आठवले ने एक राज्य मंत्री पद की मांग रखी है।

9 जून को मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ

इन बैठकों के बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनडीए दल के नेता नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने का न्यौता दिया। एएनआई के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 9 जून की शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।

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