संसद सत्र: सदन में ठाकुर की ओर से जाति पूछने के सवाल पर बवाल, पक्ष- विपक्ष के नेताओं में ठनी
- भाषण पर सदन में जमकर हुआ बवाल
- राहुल गांधी पर किया पलटवार
- जाति जनगणना के बाद फैसले और नीतियां अच्छे होंगे-अखिलेश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सदन में बीते दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से जाति पूछने के सवाल पर बवाल मचा हुआ है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ठाकुर के बयान की तारीफ की है। दूसरी तरफ विपक्ष के कई नेता ठाकुर पर निशाना साध रहे है। और उनकी आलोचना कर रहे है।
आपको बता दें लोकसभा में बीते दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ अनुराग ठाकुर की तीखी बहस हुई। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से सांसद ठाकुर मंगलवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान बोल रहे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सदन में कहा कि जिनको जाति नहीं पता है वो जाति जनगणना की बात कर रहे हैं। इस पर निचली सदन में जमकर बवाल हुआ। सदन के साथ साथ सोशल मीडिया पर खूब बवाल मचा हुआ है।
ठाकुर के बयान पर उत्तरप्रदेश की कन्नौज संसदीय सीट से सांसद और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सवाल किया कि ठाकुर सदन में किसी की जाति के बारे में कैसे बात कर सकते हैं। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा ये जाति का सवाल नया नहीं है, जाति का सवाल बहुत पुराना है। जाति का सवाल जिसे जानना है उसे अंबेडकर की किताब एनिहिलेशन ऑफ़ कास्ट जरूर पढ़ना चाहिए। इनके (बीजेपी) पास क्या जाति तोड़ो आंदोलन का कोई विकल्प है। जिसको जाति को लेकर दिक्कत और परेशानी है उसे मंडल कमीशन की किताब आज ही खरीद लेनी चाहिए और प्रस्तावना पढ़नी चाहिए। अगर जाति जनगणना की मांग हो रही है तो इसमें कोई गलत नहीं है। हमारे बहुत सारे फैसले और नीतियां तभी अच्छे होंगे जब जाति जनगणना होगा।
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर कहा बदतमीजी है, उनसे यह उम्मीद नहीं थी और प्रधानमंत्री से भी उम्मीद नहीं थी कि वे उनका समर्थन करेंगे।
लोकसभा में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, "देश को ये जरूरत है कि हम धर्म और जाति से ऊपर उठकर देश की सेवा करें, भारत माता की सेवा करें। हमारी जाति है देश की सेवा करना और धर्म है भारत माता को आगे बढ़ाना। ये वे लोग हैं जो देश को इसी सांचे में ढालना चाहते हैं जो उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक हो। उन्होंने जो कहा वह निंदनीय है, मुझे उम्मीद है कि उनके नेता उनसे माफ़ी मांगवाएंगे।
लोकसभा में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सफाई देते हुए कहा, उन्होंने जाति नहीं पूछी। जो लोग जाति नहीं जानते हैं वे जाति जनगणना की बात कर रहे हैं। उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया, तो इसे अपने ऊपर क्यों ले रहे हैं? अनुराग ठाकुर ने सदन में इसे स्पष्ट किया। इनको मुद्दे से भटकाने के लिए कोई बहाना चाहिए। पंडित नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक, राजीव गांधी तक - सभी ने ओबीसी के लिए आरक्षण का विरोध किया है।
लोकसभा में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के बयान पर बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने कहा, "राहुल गांधी के बारे में कुछ भी कहना अजीब सा है। मुझे समझ नहीं आता कि वह बात को किस तरह से लेते हैं, किस तरह से समझते हैं क्योंकि वह बात को कहीं और ले जाते हैं। वह कहना कुछ चाहते हैं लेकिन कहते कुछ और हैं।