मनी लॉन्ड्रिंग मामला: आप विधायक अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के बाद सामने आया पहला रिएक्शन, कहा - गिरफ्तार हुए हैं...

  • दिल्ली में आप विधायक अमानतुल्लाह खान गिरफ्तार
  • ईडी ने कोर्ट में आप विधायक को किया पेश
  • अमानतुल्ला ने गिरफ्तारी पर दी पहली प्रतिक्रिया

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-02 17:50 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को वक्फ बोर्ड में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया। इसके बाद ईडी ने उन्हें राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। इसके बाद अब अमानतुल्लाह खान की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी पर कहा 'गिरफ्तार हुए हैं क्या कह सकते हैं।' राऊज एवेन्यू कोर्ट पहुंचने के बाद मीडिया ने अमानतुल्लाह खान से कई सवाल पूछे। जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "पुराने आरोप हैं जिनमें पहले दो बार जमानत मिल चुकी हैं।"

ईडी ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत आप विधायक अमानतुल्लाह खान समेत कुछ लोगों पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने अमानतुल्लाह को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया है। दिल्ली के ओखला में सोमवार सुबह 6 बजे उनके घर में छानबीन के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था।

ईडी ने अमानतुल्लाह को किया गिरफ्तार

पीटीआई सूत्रों के अनुसार, छानबीन के वक्त ईडी अमानतुल्लाह खान से पूछताछ कर रही थी। जिसका वजह सीधे तौर पर कोई जवाब नहीं दे रहे थे। इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। फिर पुलिस ने उन्हें आधिकारिक गाड़ी में ले जाकर अपने साथ ईडी दफ्तर ले गई थी। इसके बाद अमानतुल्लाह को कोर्ट में पेश किया गया।

इस बारे में सूत्रों का कहना है कि मामले में एजेंसी ने अमानतुल्लाह से आखिरी बार अप्रैल में पूछताछ की थी। इसके बाद से वह ईडी के 10 समन को नजरअंदाज कर चुके थे। जानकारी के मुताबिक, ईडी दफ्तर ना आ पाने पर अमानतुल्लाह कभी लंबित लॉ परीक्षा तो कभी अपनी सास की मेडिकल स्थिति का बहाना बना रहे थे। इसके अलावा वह किसी और के नाम पर भी समन को टाल रहे थे।

जानिए क्या है आरोप 

दरअसल, ईडी का कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड में कर्मचारियों की अवैध भर्ती के जरिए नकदी में अमानतुल्लाह खान ने बड़ी रकम वसूली है। इसके साथ ही उन्होंने अपने सहयोगियों के नाम पर अचल संपत्ति खरीदने के लिए उसका निवेश भी किया है।

ईडी ने अपने एक बयान में अमानतुल्लाह खान पर आरोप भी लगाया था। जांच एजेंसी का कहना है कि वक्फ बोर्ड में साल 2018 से 2022 के बीच खान की अध्यक्षता में कर्मचारियों की अवैध भर्ती कराई गई थी। इसके लिए वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को गलत तरीके से पट्टे पर देकर अवैध व्यक्तिगत कमाई की गई है।

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