आत्म-सम्मान के साथ जीने की बात: रोजगार और राजनीति में महिलाओं की भागदारी को प्रोत्साहित करेगी महिलाओं के लिए राज्य की नीति-2024:सीएम स्टालिन
- महिलाओं के विकास के बिना अधूरा समाज का समग्र विकास
- समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण विभाग ने तैयार की नीति
- नीति का एक मात्र उद्देशय महिलाओं के कल्याण को बढ़ावा देना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने आज बुधवार 21 फरवरी को 'महिलाओं के लिए राज्य की नीति-2024' का अनावरण किया। बताया जा रहा है कि इस नीति के आने से रोजगार और राजनीति में महिलाओं की भागदारी को प्रोत्साहित मिलेगा। नीति के पीछे एक मात्र उद्देशय महिलाओं के कल्याण को बढ़ावा देना है। नीति में अर्थव्यवस्था और राजनीति में महिलाओं के साथ शक्ति साझा करने की भी परिकल्पना की गई है। नीति को राज्य के समाज कल्याण और महिला सशक्तिकरण विभाग ने तैयार किया। सीएम स्टालिन ने कहा कि समाज का समग्र विकास महिलाओं के विकास के बिना अधूरा है।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने सचिवालय में विमोचन किया। समाज कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण मंत्री पी गीता जीवन, मुख्य सचिव शिवदास मीणा, समाज कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण विभाग की सचिव जयश्री मुरलीधरन और समाज कल्याण आयुक्त वी अमुदवल्ली भी मौजूद रहे।
नीति में छात्राओं के स्कूल छोड़ने की दर को कम करना, किशोरियों और महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार करना, रोजगार में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना, सभी संगठित और असंगठित क्षेत्रों में महिला श्रमिकों के लिए सुरक्षित और अनुकूल कार्यस्थल सुनिश्चित करना, महिलाओं द्वारा चलाए जा रहे छोटे व्यवसायों और नए व्यावसायिक उद्यमों का सपोर्ट करना शामिल है। महिलाओं के लिए डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है।
महिलाओं के लिए आई राज्य नीति-2024 में महिलाओं के आत्म-सम्मान के साथ जीने की बात कही गई है। साथ ही पॉलिसी में जीने के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ और आदर्श माहौल बनाने पर फोकस किया गया है। नीति में महिलाओं की स्थिति में सुधार करके प्रतिभाओं को मौका मिलने की परिकल्पना की गई है।