कच्चाथीवू विवाद: पीएम मोदी के आरोपों पर पी चिदंबरम ने दागे सवाल तो स्टालिन ने किया पलटवार, पूछा- मछुआरों पर अचानक क्यों उमड़ा प्यार?
- कच्चाथीवू विवाद को लेकर तेज हुई सियासी हलचल
- पीएम मोदी ने कांग्रेस और डीएमके को घेरा
- पी चिंदबरम और स्टालिन ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों राजनीतिक गलियारों में कच्चाथीवू द्वीप का मुद्दा गरमाया हुआ है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्चाथीवू द्वीप का जिक्र किया। जिसमें कांग्रेस और उसके सहयोगी दल डीएमके पर गंभीर आरोप लगाए। उन आरोपों के मुताबिक दोनों दलों ने इस द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया था। इसके बाद से ही इस मुद्दे के लेकर आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस कड़ी में अब पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिंदबरम ने पीएम मोदी के आरोपों पर जमकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सीमाओं से सटे इलाकों में पड़ोसी देश चीन कब्जा कर रहा है। इसके बावजूद पीएम मोदी हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी अपनी सरकार की विफलताओं को गिनने के बजाए 50 साल पुराने मुद्दे पर क्यों चर्चा कर रहे हैं? उन्होंने बताया कि कांग्रेस के कार्यकाल में भारत और श्रीलंका के बीच मैत्रीपूर्ण संधी थी। इसके जरिए 6 लाख तमिलवासियों की घर वापसी हुई थी और उन्हें इसका लाभ भी मिला था।
इस मुद्दे को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी और उनकी पार्टी कच्चाथीवू द्वीप को चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है। पीएम मोदी "ध्यान भटकाने वाली" राजनीति कर रहे हैं।
पी चिंदबरम का पलटवार
पी चिंदबरम ने कहा, "प्रधानमंत्री उस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं, जिसे 1974 में सुलझा लिया गया था? 1974 में, इंदिरा गांधी की सरकार ने लाखों तमिलों की मदद करने के लिए, श्रीलंका से बातचीत की थी। तब कच्चाथीवू द्वीप को श्रीलंका का माना गया था। इसके बदले में 6 लाख तमिलों की भारत वापसी हो सकी थी। यह मुद्दा 50 साल पहले सुलझा लिया गया था।"
इसके अलावा पी चिंदबरम ने साल 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच हई झड़प और एलएसी विवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने दावा किया कि भारत की सीमाबद्ध इलाकों पर चीनी सैनिक कब्जा कर रहे हैं। कांग्रेस नेता आगे कहा, "2,000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र पर चीनी सैनिकों ने कब्जा कर रखा है लेकिन पीएम का कहना है कि भारतीय क्षेत्र में कोई चीनी सैनिक मौजूद नहीं है और भारतीय क्षेत्र का कोई भी हिस्सा चीनी सैनिकों के कब्जे में नहीं है। पीएम ने चीन को क्लीन चिट दे दी है। 50 साल पहले क्या हुआ था, इसके बजाय उन्हें इस बारे में बात करनी चाहिए कि पिछले 3 साल में क्या हुआ? चीन का कब्ज़ा एक तरह का आक्रमण है। मैं प्रधानमंत्री जी से इस बारे में कुछ स्पष्टीकरण की उम्मीद करता हूं।"
स्टालिन ने पीएम मोदी पर कसा तंज
वहीं, तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके के नेता एम के स्टालिन ने पीएम मोदी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि अचानक पीएम मछुआरों के प्रति इतना प्यार क्यों जता रहे हैं? स्टालिन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है। इसमें उन्होंने लिखा, "तमिलनाडु के लोग उनसे केवल तीन सवाल पूछना चाहते हैं, जो 10 वर्षों तक कुंभकरणी नींद में रहने के बाद, अचानक चुनाव के दौरान मछुआरों के लिए प्यार का इजाहर करने आ गए हैं। केंद्र सरकार तमिलनाडु द्वारा कर के रूप में भुगतान किए गए 1 रुपये में से केवल 29 पैसे ही क्यों लौटाती है?"
पोस्ट में स्टालिन ने सवाल भी पूछा, "राज्य को दो प्राकृतिक आपदाओं (दिसंबर 2023 में चेन्नई और थूथुकुडी में बाढ़) का सामना करने के बावजूद बाढ़ राहत के रूप में एक पैसा भी क्यों नहीं दिया गया? तमिलनाडु के सीएम ने आगे लिखा, प्रधानमंत्री जी, बातों में उलझाने की बजाय, कृपया इन सवालों का जवाब दें।"