फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामला: आजम खान की सजा पर शिवपाल यादव हुए शायराना, शायरी के जरिए बीजेपी पर साधा निशाना

  • शिवपाल यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
  • आजम समेत पत्नी और बेटे को सात साल की सजा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-19 06:50 GMT

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। आजम खान, पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने सात-सात साल की सजा सुनाई है। अदालत के इस फैसले से समाजवादी पार्टी को जबरदस्त झटका लगा है। आजम खान सपा के वरिष्ठ नेता हैं। इसी फैसले को देखते हुए अखिलेश यादव के बाद उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव का दर्द छलका है। यादव ने एक्स पर शायरी शेयर करते हुए आजम परिवार को अपना समर्थन दिया है।

कोर्ट से आजम परिवार के खिलाफ फैसला आने के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि आजम खान को मुसलमान होने की सजा मिल रही है। उनके खिलाफ साजिश और षड़यंत्र रचा गया है। हाल ही में आजम खान के घर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी। जिस पर भी सपा ने विरोध जताया था।

शायरना हुए शिवपाल

एक्स पर शिवपाल यादव ने आजम का समर्थन करते हुए लिखा "आफताब छुप गया तो क्या गम, सुबह नव जरूर आएगी। शर्त बस यही कि वक्त का थोड़ा इंतजार कीजिए।" जबकि आयकर विभाग की कार्रवाई पर प्रदेश सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उन्नाव के एक कार्यक्रम में कहा था कि बीजेपी सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। आजम खान देश के बड़े और वरिष्ठ नेता हैं। उनके परिवार को जान बूझकर निशाना बनाया जा रहा है। बता दें कि कोर्ट ने बीते दिन (18 अक्टूबर) साल 2019 के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के मामले में आजम खान, तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को दोषी मानते हुए सात- साल की सजा सुनाया था।

बीजेपी विधायक के शिकायत पर कार्रवाई

यह मामला साल 2019 का है। पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में ये सजा हुई है। इसके खिलाफ बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने गंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एफआईआर में आजम खान और उनकी पत्नी तंजीन फातिमा को आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने जांच पड़ताल करने के बाद चार्जशीट दाखिल की थी। बुधवार को मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने सात-सात साल की सजा का फैसला सुनाया था। सुनवाई के दौरान सपा नेता आजम खान, बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीन फातिमा कोर्ट में ही मौजूद थे। बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना भी कोर्ट में फैसला सुनने के लिए पहुंचे थे।

Tags:    

Similar News