लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक आज, दूसरी सूची के नामों पर मंथन, राज, लांबा और लवली के नामों का आज हो सकता ऐलान
- कांग्रेस के हाथ लगी चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम व उत्तर-पूर्वी लोकसभा क्षेत्र
- इंडिया गठबंधन में आप और कांग्रेस का दिल्ली में सीट शेयरिंग
- सीईसी ने प्रदेश कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी से मांगे एक -एक नाम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक आज होनी है। केंद्रीय चुनाव समिति प्रत्याशियों के नामों की दूसरी सूची पर मंथन कर सकती है। साथ ही इंडिया गठबंधन के तहत दिल्ली में कांग्रेस के हाथ आई तीन सीटों के प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लग सकती है। इससे पहले समिति ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से तीन सीटों पर आए दो-दो नामों की सूची को वापस कर दिया। केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी की सूची पर विचार करने से इनकार करते हुए एक-एक नेता का नाम भेजने का निर्देश दिया था। इसके तहत प्रदेश स्क्रीनिंग कमेटी ने तीनों सीटों पर एक-एक नाम तय किया है। आपको बता दें इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दिल्ली में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। सीट शेयरिंग के तहत कांग्रेस के हिस्से में चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम व उत्तर-पूर्वी लोकसभा क्षेत्र आए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की रविवार को हुई बैठक में चांदनी चौक लोकसभा सीट से पूर्व विधायक अलका लांबा, उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से पूर्व सांसद उदित राज व उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट से प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के नाम तय किए हैं। संभवत आज सोमवार को होने जा रही कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति बैठक में इन तीन नेताओं के नामों पर फाइनल मुहर लग जाएगी।
2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नौकरशाह उदित राज ने अपनी इंडियन जस्टिस पार्टी का बीजेपी में विलय कर लिया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पश्चिम दिल्ली से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और सांसद बने। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट न मिलने पर वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
2014 में कांग्रेस से आप पार्टी में शामिल हुई अलका लांबा साल 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर विधायक बनी थीं, लेकिन साल 2019 में आप नेताओं से विवाद होने के चलते उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस में वापसी की। 2020 में वह कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ीं। लेकिन हार हाथ लगी।
वर्ष 2017 के एमसीडी चुनाव के दौरान शीला सरकार में मंत्री रहे अरविंदर सिंह लवली ने प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन से टकराव होने पर कांग्रेस छोड़ दी थी और वह बीजेपी कुनबा में शामिल हो गए थे। लेकिन एक साल बाद ही उन्होंने घर वापसी की। 2019 में पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा। उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।