जमीन के बदले नौकरी घोटाला: आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को फिर मिला ईडी नोटिस
- 2004 और 2009 के बीच हुए घोटाला
- जमीन के बदले दी थी नौकरियां
- रेल मंत्री रहते नौकरियां देने का आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईडी की ओर से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और उनके बेटे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। ईडी ने ये समन एक अधिकारी के जरिए राबडी आवास पर पहुंचाया है। जिसे खुद डिप्टी सीएम तेजस्वी ने रिसीव किया है। ईडी की टीम को राबड़ी आवास पर देख सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते मीडिया और राजद कार्यकर्ता राबड़ी आवास के बाहर पहुंचे लेकिन तब तक ईडी की टीम लौट भी चुकी थी।
आपको बता दें इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दोनों नेताओं पिता पुत्र को पूछताछ के लिए समन भेजा था। तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर और लालू को 27 दिसंबर को जांच एजेंसी ईडी के सामने उपस्थित होने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि ईडी टीम के राबड़ी आवास के अंदर गई। वहां पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मौजूद थे। टीम ने तेजस्वी यादव को समन का नोटिस दिया। इसके बाद अधिकारी वापस लौट गए। ईडी ने ये समन रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इस दौरान दोनों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
आपको बता दें लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते हुए 2004 और 2009 में जमीन के बदले नौकरी मामले में कथित तौर पर घोटाला हुआ था, उन पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए कई अयोग्य लोगों को जमीन के बदले ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी थीं। जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया है।