नारी शक्ति वंदन बिल: विशेष सत्र के तीसरे दिन संसद के नए भवन में आज नियमित कार्यवाही, महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के आसार
- महिला आरक्षण बिल पर चर्चा
- लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को मिलेगा मौका
- हर तीन जनप्रतिनिधि में एक महिला शामिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विशेष सत्र के तीसरे दिन संसद के नए भवन में आज नियमित कार्यवाही शुरू होगी। कार्यवाही शुरू होते ही महिला आरक्षण बिल पर निम्न सदन में चर्चा होने के आसार है। बहस सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक यानि 7 घंटे तक चलेगी। लोकसभा में विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से महिला आरक्षण बिल पर सोनिया गांधी चर्चा करेंगी। वहीं बीजेपी की ओर से स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमण और दीया कुमारी बोलेंगी। महिला आरक्षण बिल यानि नारी शक्ति वंदन विधेयक पास होकर कानून बनता है तो यह संविधान का 128 वां संशोधन होगा।
कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल ने मंगलवार को नई संसद के सदन में महिला आरक्षण बिल नारी शक्ति वंदन अधिनियम पेश किया थी। आज बिल पर चर्चा होगी।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम के कानून बन जाने के बाद लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में 33 फीसदी हिस्सेदारी मिलना तय हो जाएगी। इस लिहाज से लोकसभा में 181 महिलाएं सांसद बनकर लोकसभा में पहुंचेगी। आरक्षित महिला सीटों में एससी और एसटी महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित है। हालांकि ओबीसी के तमाम नेता ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग कर रहे है। जिसकी वजह से ये बिल करीब तीन दशक से अटका रहा था।
महिला आरक्षण बिल पर मेघालय की मंत्री डॉ. अम्पारीन लिंगदोह ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं। यह हम सभी देश की महिलाओं के लिए खुशी का दिन है। मैं विधेयक के अच्छे आकार लेने और कानून बनने की आशा करती हूं। मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही विधानसभाओं को महिलाओं को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने का उचित मौका देते हुए देखेंगे। ऐसा नहीं है कि कभी महिला उम्मीदवार नहीं जीतीं। लेकिन सच तो यह है कि महिला उम्मीदवारों को अपने पुरुष दावेदारों से बहुत कड़ी टक्कर मिलती है। इसलिए, इसलिए, जब आप विशेष रूप से महिलाओं के लिए एक सीट आरक्षित करते हैं, तो मुझे लगता है कि यह महिलाओं को वह मान्यता देने का सबसे अच्छा तरीका होगा जिसकी वे हकदार हैं। हमारे पास उम्मीदवार हों या न हों, मुझे नहीं लगता कि राज्य में प्रतिभा की कमी होगी। हम महिलाएं हैं जो काम के हर क्षेत्र में बहुत सक्रिय हैं। इसलिए मैं विधेयक के कार्यान्वयन की प्रतीक्षा कर रही ।
महिला आरक्षण बिल को लागू करने को लेकर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। स्टालिन ने कहा,ऐसा लगता है कि वे इसे अब लागू नहीं करने जा रहे हैं। हम पिछले 10 साल से इसकी (महिला आरक्षण) मांग कर रहे हैं। अब वे जनगणना, परिसीमन करने के लिए कह रहे हैं। वे (भाजपा सरकार) इसे कब लागू करेंगे, इस पर कोई स्पष्टता नहीं है।