लोकसभा चुनाव 2024: पंजाब के राज्यपाल या फिर लोकसभा चुनाव का टिकट! जानिए क्या है मनोहर लाल खट्टर को लेकर बीजेपी का प्लान
- मनोहर लाल खट्टर की आगामी भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज
- बन सकते हैं पंजाब का गवर्नर या फिर लोकसभा उम्मीदवार
- पार्टी आलाकमान जल्द कर सकती है घोषणा
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा में नई सरकार का गठन हो चुका है। मंगलवार को विधानसभा में राज्य की नवगठित नायब सैनी सरकार ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से उसे 48 विधायकों का समर्थन हासिल है। इस बीच पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सीएम के बाद अब विधायक के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। वह करनाल विधानसभा सीट से विधायक थे। उनकी जगह अब इस सीट से सीएम नायब सैनी उपचुनाव लड़ेंगे। माना जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान या तो खट्टर को लोकसभा चुनाव टिकट दे सकती या फिर उन्हें पंजाब का नया राज्यपाल भी बना सकती है।
नई भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज
खट्टर के इस्तीफे के बाद उनकी नई भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कल सीएम पद से इस्तीफे के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने खुद कहा था कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपने की बात कही है। उन्होंने कहा था, 'हो सकता है कि यह लोकसभा चुनाव के बारे में हो। मुझे लगता है कि यह संभव है। बीजेपी का संसदीय बोर्ड जो भी फैसला करेगा, मैं उसका पालन करूंगा।' उन्हें करनाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने की बात की जा रही है। सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी मनोहर लाल खट्टर को मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के जैसे राज्य की राजनीति से केंद्र की राजनीति में ला सकती है। ऐसा करने से पार्टी को कई लाभ होंगे। पहला तो उनके खिलाफ हरियाणा बीजेपी में चल रही अंदरुनी बगावत खत्म होगी। वहीं दूसरा बीते 10 सालों से हरियाणा की सत्ता पर काबिज खट्टर सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी होने को लेकर पार्टी आलाकमान में जो डर था वो खत्म होगा।
वहीं दूसरी तरफ अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी मनोहर लाल खट्टर को पंजाब का राज्यपाल भी बना सकती है। पार्टी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान उन्हें पंजाब का नया गवर्नर बनाने पर विचार कर रही है जो कि उनके विधायक रहते संभव नहीं था। कहा जा रहा है कि इसी प्लानिंग के तहत आलाकमान के आदेश पर खट्टर ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। दरअसल इसके जरिए पार्टी आलाकमान एक तीर से कई निशाने लगाने की रणनीति पर काम कर रही है। पंजाब के गवर्नर के तौर पर खट्टर चंडीगढ़ के साथ-साथ हरियाणा की राजनीतिक गतिविधियों पर भी नजर रख सकेंगे।
अगर मनोहर लाल खट्टर पंजाब के राज्यपाल बने तो यह पंजाब की भगवंत मान सरकार के लिए बुरी खबर होगी। क्योंकि पंजाब के पूर्व राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और राज्य सरकार के बीच कई मुद्दों को लेकर लंबे समय से तनातनी जारी है। ऐसे में खट्टर के काम करने के ढंग और उनकी तेजतर्रार छवि को देखकर लगता है कि यह तनातनी और आगे बढ़ेगी। बता दें कि 2 फरवरी को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रसाशक बनवारी लाल पुरोहित ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।