संभल हिंसा: गाजीपुर बॉर्डर से वापस लौटा राहुल गांधी का काफिला, प्रियंका गांधी ने UP पुलिस को लगाई फटकार, योगी सरकार पर बोला हमला

  • संभल हिंसा के पीड़ितो से मिलने पहुंचे राहुल गांधी
  • गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल गांधी का काफिला रुका
  • प्रियंका गांधी ने यूपी पुलिस को लगाई फटकार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-12-04 16:32 GMT

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के संभल हिंसा को लेकर राजनीतिक बवाल जारी है। इस बीच बुधवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संभाल जाने के लिए रवाना हुए। इस दौरान गाजीपुर सीमा पर राहुल गांधी के काफिले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने संभल में प्रवेश करने से पहले रोका। इस पर राहुल गांधी की ओर से यूपी पुलिस प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की। राहुल गांधी ने पुलिस प्रशासन पर उन्हें संभल हिंसा में पीड़ितों से मिलने पर रोके जाने पर संवैधानिक अधिकार से वंचित करना बताया है।

गाजीपुर बॉर्डर से लौटा राहुल गांधी का काफिला 

कांग्रेस नेता ने पुलिस प्रशासन से कहा कि वह अपने काफिल के बिना उनके साथ संभल जाने के लिए राजी हैं। राहुल गांधी ने बताया कि पुलिस के शीर्ष अधिकारियों की ओर से उन्हें कुछ दिन बान संभल में जाने के लिए कहा गया है। गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल गांधी ने कहा, "हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस मना कर रही है, हमें जाने नहीं दे रही है। एलओपी के तौर पर मेरा अधिकार है कि मैं जाऊं, लेकिन वे मुझे रोक रहे हैं। मैं अकेले जाने और पुलिस के साथ जाने को तैयार था, लेकिन उन्होंने यह भी नहीं माना। वे कह रहे हैं कि अगर हम कुछ दिनों में वापस आ गए तो वे हमें जाने देंगे।"

राहुल गांधी ने कहा, "यह विपक्ष के नेता और संविधान के अधिकारों के खिलाफ है। हम सिर्फ संभल जाना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ, हम लोगों से मिलना चाहते हैं। मेरा संवैधानिक अधिकार मुझे नहीं दिया जा रहा है। यह नया भारत है, यह संविधान को खत्म करने वाला भारत है। यह अंबेडकर के संविधान को खत्म करने वाला भारत है। हम लड़ते रहेंगे।"

प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना

वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने गाजीपुर बॉर्डर पर राहुल गांधी को संभल जाने से रोके जाने पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के तौर पर राहुल गांधी को संभल हिंसा में पीड़ितों से मिलने का अधिकार है। उन्होंने कहा, "संभल में जो कुछ भी हुआ, वह गलत है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, उनके पास संवैधानिक अधिकार हैं और उन्हें इस तरह से नहीं रोका जा सकता। उन्हें पीड़ितों से मिलने जाने का संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अकेले यूपी पुलिस के साथ जाएंगे, लेकिन पुलिस ऐसा करने को भी तैयार नहीं है। पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है। शायद उत्तर प्रदेश के हालात ऐसे हैं कि वे इतना भी नहीं संभाल सकते। वे इतने अहंकार से क्यों कहते हैं कि उन्होंने कानून-व्यवस्था संभाल ली है?"

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