दिल्ली सियासत: केजरीवाल ने अडानी से जोड़ा गिरफ्तारी का कनेक्शन, शराब घोटाला मामले को बताया बहाना, असल मकसद जेल भेजना

केजरीवाल ने अडानी से जोड़ा गिरफ्तारी का कनेक्शन, शराब घोटाला मामले को बताया बहाना, असल मकसद जेल भेजना
  • तनख्वाह से बिजली भरना होगा मुश्किल- केजरीवाल
  • केजरीवाल ने अडानी से जोड़ा गिरफ्तारी का कनेक्शन
  • असल मकसद जेल भेजना- केजरीवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को नया मोड़ दिया है। वह कथित शराब घोटाला मामले में जेल गए थे। लेकिन उन्होंने बुधवार को दिल्ली विधानसभा में दावा किया कि उन पर दिल्ली की बिजली अडानी को सौंपने का दबाव डाला गया था। लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। केजरीवाल ने आगे कहा कि अब वह सोचते हैं कि कहीं उन्हें इसी वजह से गिरफ्तार तो नहीं किया गया। बता दें कि, इससे पहले केजरीवाल कहते रहे हैं कि दिल्ली में उनकी सरकार के कामकाज को रोकने के लिए फर्जी केस में उन्हें जेल भेजा गया।

'आप' के मुखिया केजरीवाल ने कहा कि आज वह खुलासा करने चाहते हैं कि जब वह दिल्ली के सीएम थे तो उन पर दबाव डाला गया था कि दिल्ली की बिजली कंपनियों को अडानी ग्रुप को सौंप दिया जाए। इस दौरान केजरीवाल ने अडानी ग्रुप पर महंगी बिजली बेचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गुजरात में 2021 में 2.83 रुपए यूनिट बिजली थी। एक साल बाद यानी साल 2022 में आडानी ग्रुप ने 8.83 रुपये यूनिट बिजली कर दिया। क्योंकि, राज्य में बीजेपी की सरकार है। जिसके चलते ऐसा संभंव हो पाया।

तनख्वाह से बिजली भरना होगा मुश्किल

केजरीवाल ने कहा कि अगर वह दिल्ली की बिजली अडानी को सौंप देते तो दिल्लीवासी बिजली खपत करने लायक नहीं बचते। दिल्ली में बिजली इतनी महंगी होती कि ना सरकार सब्सिडी दे पाती और ना दिल्ली की जनता अपनी कमाई से बिल भर पाती।

केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने दिल्ली की बिजली का जिम्मा अडानी को सौंपने से मना कर दिया। आप नेता ने साफ कहा कि अगर दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी तो बिजली कंपनियां अडानी को सौंप दिया जाएगा। उन्होंने कहा- मैं बीजेपी वालों को चैलेंज देता हूं कि चुनाव से पहले तुम ऐलान कर दो कि अगर तुम्हारी सरकार बनती है तो तुम अडानी को बिजली कंपनियां नहीं होगो। यदि गलती से इनकी सरकार बन गई, यदि लोगों ने बीजेपी को वोट किया तो सबसे पहले कैबिनेट मीटिंग में ये दिल्ली की बिजली कंपनियों को अडानी को सौंप देंगे। दिल्ली के लोगों को बिजली मिलना मुश्किल हो जाएगा। लोगों की तनख्वाह बिजली भरने में ही चली जाएगी।

Created On :   4 Dec 2024 7:14 PM IST

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