'INDIA' की पहली पसंद बनी प्रियंका गांधी, पीएम मोदी से मुकाबले के लिए राहुल गांधी नहीं उनकी बहन बनी पहला विकल्प, नीतीश, केजरीवाल, ममता जैसे धुरंधर भी पिछड़े
- सर्वे में प्रियंका गांधी की बल्ले-बल्ले
- 33 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के सामने प्रियंका गांधी को बेहतर विकल्प माना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2024 का आम चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहा है। आगामी चुनाव में विपक्ष की ओर से 26 पार्टियों वाली 'इंडिया' और 38 पार्टियों वाली 'एनडीए' गठबंधन में चुनावी संघर्ष देखने को मिलने वाला है। इस बीच एबीपी न्यूज ने सी-वोटर के साथ पीएम फेस को लेकर एक सर्वे किया है। इसमें यह पता करने की कोशिश की गई है कि भाजपा के दिग्गज नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने विपक्ष की ओर से पीएम का चेहरा कौन होगा? सर्वे में बड़े ही हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं।
इस सर्वे में राहुल गांधी का जिक्र नहीं किया गया है लेकिन बहन प्रियंका गांधी का नाम शामिल है। इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी जैसे धुरंधरों का नाम शामिल है। इन सभी नेताओं से कहीं ज्यादा प्रियंका गांधी सर्वे में बढ़त बनाए हुई हैं। एबीपी और सी-वोटर का सर्वे आज से एक हफ्ते पहले किया गया है। यह सर्वे उस वक्त किया गया था जब राहुल गांधी को 'मोदी सरनेम' मानहानि मामले में गुजरात हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली थी। इसी को देखते हुए यह सर्वे कराया गया है। राहुल को आगामी चुनाव से पहले दो साल की सजा पर रोक नहीं लगती है तो वो चुनावी मैदान में खड़े नहीं हो सकते हैं। इसी को देखते हुए यह सर्वे कराया गया है कि अगर राहुल चुनाव नहीं लड़ते हैं तो इनके अलावा पीएम मोदी के सामने विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा?
प्रियंका ने मारी बाजी
एबीपी और सी-वोटर ने जनता से पूछा कि ममता, प्रियंका, नीतीश, केजरीवाल में से कौन पीएम मोदी के सामने बेहतर है? जिसका परिणाम चौंकाने वाला आया है। कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी को 33 फीसदी लोगों ने अपनी पहली पसंद माना। जबकि केजरीवाल और नीतीश कुमार को 14-14 फीसदी वोट मिले। पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को 10 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के सामने सही विकल्प माना है।
सवाल- विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कौन बेहतर पीएम फेस?
- प्रियंका गांधी- 33 फीसदी
- नीतीश कुमार- 14 फीसदी
- अरविंद केजरीवाल- 14 फीसदी
- ममता बनर्जी- 10 फीसदी