लोकसभा चुनाव 2024: घंटो तक पोलिंग बूथ रहे खाली, ईवीएम मशीन में गड़बड़ी, उत्तरप्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव की ऐसी रही तस्वीर

  • देश में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण
  • उत्तरप्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर मतदान
  • चुनाव का बहिष्कार और ईवीएम में खराबी की खबरें

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-26 14:53 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में आज लोकसभा चुनाव के दूसरा चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 सीटों पर मतदान हुआ। जिसमें से उत्तरप्रदेश की 8 सीटों पर भी वोट डाले गए। इस दौरान राज्य के कुछ जगहों पर चुनाव का बहिष्कार किया गया। इस कड़ी में अलीगढ़ के टप्पल क्षेत्र में लालगढ़ी गांव में चुनाव के प्रति ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। उन्होंने गांव में बिजली की कटौती के चलते वोट डालने से साफ मना कर दिया। इसके अलावा मथुरा और बागपत में कई गावों में ग्रामीणों ने कई मुद्दो का तर्क देते हुए चुनाव का बहिष्कार कर दिया। चुनाव में घट रही वोटिंग को देखते हुए कई अधिकारी और नेताओं ने लोगों को समझाने का भी प्रयास किया। तब जाकर लोगों ने मतदान करना का निर्णय किया। यदि इस दूसरे चरण को पहले चरण की तुलना में देखें तो इस बार मतदाताओं काफी उत्सुक नजर आ रहे हैं।

ग्रामीणों चुनाव का किया बहिष्कार

सुबह से आरंभ हुए मतदान के दौरान मथुरा में सौंख के बंडपुरा, गोवर्धन के मुखराई, सुरीर के झरोली, मांट के पिहारी, राया के नगला चिकन और भरऊगढ़, नौझील के बसऊ गांव में कई घंटों तक नहीं पहुंचे। इसके बाद सुबह 10 बजे के करीब बसऊ गांव में विधायक राजेश चौधरी मतदान करने के लिए पहुंचे। राजेश चौधरी ने ग्रामीणों से बातचीत करके उन्हें मतदान करने के लिए राजी किया। इसके अलावा बागपत के छपरौली विधानसभा क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांवड़ी गांव से भी ऐसी ही खबरे सामने आई। यहां पर भी ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में चुनाव के बहिष्कार करने का आह्वान कर दिया था। इसे लेकर ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव की उनके क्षेत्र का कभी विकास नहीं हुआ है। इस वजह से वह वोट डालने नहीं जाएंगे। इतना ही नहीं, बल्कि ग्रमीणों ने अलग ग्राम पंचायत तक की मांग रख दी हैं। उन्होंने गांव में विकास कार्यों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। ग्रमीणों का कहना है कि गांव की सड़क, नाली खड़ंजे, गंदगी की व्यवस्था बद से बदतर है। उन्होंने बताया कि एक समय पर उनके गांव में ग्राम पंचायत हुआ करती थी। मगर, उसे कमाला गांव को माजरा बना दिया है। जिसके चलते विकास की रफ्तार धीमी पड़ गई।

ईवीएम मशीनें हुई खराब

वोटिंग में आ रही गिरावट के साथ-साथ राज्य के कई संसदीय क्षेत्रो में ईवीएम की गड़बड़ी के मामले भी सामने आए। इस कड़ी में बागपत के छपरौली विधानसभा क्षेत्र के खपरनाना गांव में बूथ क्रमांक 262 पर ईवीएम में तकनीकि खराबी आ गई। इस वजह से मतदान लगभग आधे घंटे तक रूक गया। बुलंदशहर के छतारी में बिरौरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के बूथ क्रमांक129 में ईवीएम मशीन में खराबी देखने को मिली। इसके बाद दूसरी ईवीएम मंगाने के चलते मतदान एक घंटे बाद शुरू करना पड़ा।

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