उत्तरप्रदेश उपचुनाव 2024:: यूपी की 10 में से इन सीटों पर NDA-इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों में उलझा पेंच, कई सीटों पर तनातनी जारी

  • उत्तरप्रदेश की 10 सीटों पर उपचुनाव
  • राजनीतिक दलों ने तैयारियां की तेज
  • इन सीटों पर एनडीए-इंडिया गठबंधन के सहयोगियों में उलझा पेंच

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-11 14:42 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में बीते दिन यानी बुधवार को मध्यप्रदेश, बिहार और उत्तराखंड समेत 7 राज्यों की 13 सीटों पर उपचुनाव कराए गए। इसके बाद अब उत्तरप्रदेश की 10 सीटों पर उपचुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है। फिलहाल, राज्य में उपचुनाव की तारीखों को लेकर आधिकारिक तौर पर घोषणा नहीं की है। इस बीच यूपी की इन 10 सीटों में से भाजपा के सहयोगी दल आरएलडी और निषाद समाज पार्टी ने 2-2 सीटों की मांग की है। इसमें से निषाद समाज पार्टी ने भाजपा से मझवां सीट की मांग कर रही है। इनमें से निषाद समाज पार्टी मझवां और कटहरी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने की मांग कर रही है। इनमें से सबसे पहले मझवां सीट की बात करें तो निषाद पार्टी का कहना है कि इस सीट पर भाजपा ने उनकी पार्टी के विधायक विनोद बीना को भदोही लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। उनकी अब जब उनके पार्टी के विधायक की जीत हो गई है, तो मझवां सीट से निषाद पार्टी को कैंडिडेट को मौका मिलना चाहिए। इस वजह से निषाद पार्टी भाजपा से इस सीट की मांग पर अड़ी हुई है।

भाजपा से 2-2 सीटों की मांग पर अड़ी आरएलडी-निषाद

मझवां सीट के अलावा निषाद पार्टी अंडबेडकर नगर की कटहरी सीट पर भी अपना दावा ठोक रही है। यूपी में साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कटहरी सीट से निषाद पार्टी ने चुनाव लड़ा था। उस दौरान इस सीट पर समाजवादी पार्टी के लालजी वर्मा ने चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद हाल ही के लोकसभा चुनाव में लालजी वर्मा ने अंबेडकर नगर सीट से चुनाव में जीत हासिल की है। यही कारण है कि निषाद पार्टी के सुप्रीमो संजय निषाद इस सीट को अपने पाले में लेना चाह रहे हैं। हालांकि, उपचुनाव में इस सीट पर अब तक अनुप्रिया की पार्टी अपना दल (सोनेलाल) और ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने कोई मांग नहीं की है। लेकिन, दोनों पार्टियों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।

भाजपा के दूसरे सहयोगी दल आरएलडी की बात करें तो वह भी 2 सीटों पर दवा ठोक रही है। यह सीटें हैं मीरापुर और खैर। मीरापुर सीट पर आरएलडी के नेता चंदन चौहान विधायक थे। लोकसभा चुनाव में चंदन चौहान ने बिजनौर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है। इस लिहाज से जंयत चौधरी की आरएलडी मीरापुर विधानसभा सीट की मांग कर रही है। खैर सीट की बात करें तो इस सीट पर भी आरएलडी अपना कैंडिडेट उतारना चाहती है। अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली खैर सीट पर जाट वोटर्स की संख्या अधिक है।

बसपा-आजाद समाज पार्टी भी लड़ेगी चुनाव

यूपी के उपचुनाव में 10 सीटों पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायवती ने भी तैयाारियां तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि इन सीटों पर बसपा अपने कैंडिडेट उतारने जा रही है। उत्तरप्रदेश में बसपा के रिकॉर्ड ट्रेक पर नजर डालें तो पार्टी उपचुनाव से दूरी बनाती आई है। बसपा की तरह चंद्रशेखर आजाद रावण ने आजाद समाज पार्टी के उपचुनाव लड़ने की घोषण की है। लिहाजा साफ है कि उपचुनाव में ये दोनों पार्टियां 10 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।

उपचुनाव के दौरान राज्य की 10 सीटों पर भाजपा कम से कम 8 सीटों को अपने पास रखने की रणनीति पर विचार कर रही है। जबकि, इंडिया गठबंधन की अगुवाई वाली कांग्रेस इन 10 सीटों में से 4 पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। हालांकि, इस बारे में कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी है। पार्टी सूत्रों की मानें तो यूपी में इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल पश्चिमी उत्तरप्रदेश की गाजियाबाद और मीरापुर सीटों को कांग्रेस के पक्ष में देखना चाह रही है। इतना ही नहीं, बल्कि कांग्रेस की नजर फूलपुर सीट पर भी टिकी हुई है।

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