इंडिया गठबंधन को झटका!: RLD और BJP के बीच गठबंधन को लेकर ओ.पी. राजभर ने किया बड़ा खुलासा, एनडीए में शामिल होने की तारीख भी बताई
- जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की अटकलें तेज
- ओ.पी. राजभर ने किया बड़ा खुलासा
- 12 फरवरी को एनडीए में शामिल हो सकते हैं जयंत चौधरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन ने तैयारियां तेज कर दी है। इस बीच यूपी में राष्ट्रीय लोकदल के एनडीए में शामिल होने की भी अटकलें तेज हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी बीजेपी के साथ मिलकर यूपी में लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने उन्हें एनडीए में शामिल होने का ऑफर दिया है। साथ ही, एनडीए ने जयंत चौधरी को चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऑफर दिया है। इस बीच आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की चर्चा पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) प्रमुख ओपी राजभर ने कहा कि वे(जयंत चौधरी) 12 फरवरी को शामिल(एनडीए) होने जा रहे हैं। संभावना है कि 12 फरवरी को शामिल हो जाएंगे।
ओपी राजभर ने कहा कि सच्चाई होती है तभी चर्चा होती है। आरएलडी को इस बात की खबर है कि अगर इंडिया गठबंधन में उन्होंने 10-20 सीटें भी ले ली तब भी नहीं जीत पाएंगे। हर नेता, हर दल सत्ता के साथ रहना चाहता है और हर कोई जानता है कि 2024 में पीएम मोदी आ रहे हैं। जब पीएम मोदी आ रहे हैं तो वे(जयंत चौधरी) क्या करेंगे, केवल विपक्ष में बैठकर चिल्लाएंगे?"
ओ.पी. राजभर ने कहा, "ऐसा प्रतीत होता है कि स्वामी प्रसाद मौर्य, अखिलेश यादव के इशारे पर बोल रहे हैं। वे(स्वामी प्रसाद मौर्य) जब 5 साल भाजपा में थे तब उन्हें यह याद नहीं आया? तब तो वे मंत्री बनकर मलाई खा रहे थे।"
बीजेपी झूठ बोलने में माहिर
इधर, समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि किसी को अगर झूठ बोलना है तो उसे भाजपा से सीखना चाहिए। भाजपा झूठ बोलने में माहिर है। कैसे किसी को बदनाम किया जाता है। कैसे किसी के चरित्र को संदिग्ध बनाया जाता है, इस तिगड़म में भाजपा बहुत आगे है। जयंत चौधरी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच समय-समय पर वार्ता भी होती रहती है और सीटों के बंटवारे पर बात भी हुई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि भगवान राम हजारों सालों से पूजे जा रहे हैं। भाजपा के लोग ऐसा संदेश देना चाहते हैं कि भगवान राम को हमने पैदा किया है, भगवान राम को हम लाए हैं। क्या आप प्राण-प्रतिष्ठा करके ये साबित करना चाहते हैं कि भगवान राम निष्प्राण हो चुके हैं? ये मजाक नहीं तो क्या है? अरबों-खरबों रुपया खर्च करके सरकार आज देश की जनता की आंखों में धूल झोंक रही है। हजारो-करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाकर वे(भाजपा) क्या साबित करना चाहते हैं?