आबादी की लड़ाई पंहुची गर्भनिरोधक तक, योगी के बयान के बाद ओवैसी ने किया पलटवार कहा...
जनसंख्या वृद्धि पर योगी और ओवैसी आमने - सामने आबादी की लड़ाई पंहुची गर्भनिरोधक तक, योगी के बयान के बाद ओवैसी ने किया पलटवार कहा...
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए दिए गए बयान ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए बोला था कि जब बात परिवार नियोजन ,जनसंख्या स्थितीकरण की हो तों हमें ये बात ध्यान याद रखनी होगी। इससे जुड़े प्रयास सफलतापूर्वक हो और कहीं भी जनसांख्यकीय असंतुलन की स्थिति न बने। आगे उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि ऐसा न हो कि एक वर्ग की आबादी तेजी से बढ़ जाये और जो मूल निवासी हो, उनकी आबादी नियंत्रित कर दी जाये।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर नाराजगी जताते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा है कि ज्यादातर गर्भनिरोधक का उपयोग तो मुसलमान ही कर रहे है।इसी के साथ ओवैसी ने योगी आदित्य नाथ से सवाल भी किया कि क्या मुसलमान भारत के मूल निवासी नहीं है? हकीकत में तो आदिवासी और द्रविड़ लोग भारत के मूलनिवासी है। बिना किसी कानून के उत्तरप्रदेश में 2026 से 2030 तक वांछित प्रजनन दर प्राप्त कर ली जायेगी।
Hyderabad | Are Muslims not natives of India? If we see the reality, natives are only tribals Dravidian people. In UP, without any law, desired fertility rate would be achieved by 2026-2030: AIMIM chief Asaduddin Owaisi on UP CM Yogi Adityanath"s statement pic.twitter.com/hSjB7WAyuK
— ANI (@ANI) July 12, 2022
ओवैसी ने आगे कहा कि आपकी सरकार के ही स्वास्थय मंत्री ने कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में किसी कानून की आवश्यकता नहीं है। ज्यादातर गर्भनिरोधक का उपयोग तो मुसलमान ही कर रहे है। 2016 में कुल प्रजनन दर 2.6 थी जो अब घटकर 2.3 है और देश का जनसांख्यिकीय लाभांस अन्य सभी देशों से काफी बेहतर है।