मोदी सरनेम पर राहुल गांधी को उलझाने वाले पूर्णेश मोदी खुद हैं आला वकील, बीजेपी से है गहरा संबंध, जानिए एक एक डिटेल

'सरनेम' में क्या रखा है? मोदी सरनेम पर राहुल गांधी को उलझाने वाले पूर्णेश मोदी खुद हैं आला वकील, बीजेपी से है गहरा संबंध, जानिए एक एक डिटेल

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-23 11:48 GMT
मोदी सरनेम पर राहुल गांधी को उलझाने वाले पूर्णेश मोदी खुद हैं आला वकील, बीजेपी से है गहरा संबंध, जानिए एक एक डिटेल

डिजिटल डेस्क,गांधीनगर। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान "मोदी सरनेम" पर दिए गए बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुजरात के एक कोर्ट में पेश हुए थे। जिन्हें अदालत ने दोषी ठहराते हुए दो साल के लिए करावास की सजा सुनाई। लेकिन अदालत की ओर से सांसद राहुल गांधी को फौरन जमानत भी मिल गई। लेकिन अब इसी मामले में उनकी लोकसभा सदस्यता खत्म कर दी गई है। जिसके बाद से दिल्ली की सियासत गरम हो गई है।

दरअसल,राहुल ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि "सभी चोरों का नाम मोदी ही क्यों होता है।" कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा नेता पूर्णेश मोदी ने घोर आपत्ति जताई थी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज भी कराया था। जिसकी वजह से राहुल गांधी को कोर्ट में पेश होना पड़ा और अब उनकी सदस्यता को रद्द कर दी गई है। अब सवाल उठाता है कि राहुल गांधी को कोर्ट के चौखट पर ले जाने वाले पूर्णेश मोदी हैं कौन और ये बीजेपी से इनका क्या संबंध हैं? तो आइए जानते हैं।

कौन हैं पूर्णेश मोदी?

दरअसल, पूर्णेश मोदी मूल रूप से गुजरात के रहने वाले हैं। जिनका जन्म 22 अक्टूबर 1965 को गुजरात के सूरत शहर में हुआ था। पूर्णेश एक राजनेता हैं, जो मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें सूरत पश्चिम विधानसभा सीट से टिकट दिया था। जिसमें मोदी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को भारी मतों से मात दी थी और एक बार फिर विजयी हो कर विधानसभा में पहुंचे। पूर्णेश मोदी पढ़ाई में भी अव्वल रहे हैं उन्होंने बी.कॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है। विधायक के अलावा वो एक वरिष्ठ अधिवक्ता भी हैं। मोदी गुजरात सरकार में मंत्री पद का कार्यभार भी संभाल चुके हैं।

भाजपा के कद्दावर नेता

सबसे पहले पूर्णेश मोदी साल 2013 में विधायक बने थे। सूरत पश्चिम से भारतीय जनता पार्टी के विधायक किशोर भाई की मौत अचानक किसी गंभीर बीमारी की वजह से हो गई थी। जिसके चलते साल 2013 में इस सीट पर उपचुनाव करवाए गए थे।  जिसमें भाजपा ने मोदी को अपना प्रत्याशी बनाया और वो भारी मतों से जीत भी हासिल किए, तभी से बीजेपी उन्हीं के चेहरे पर इस विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ती हुआ आ रही है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक बार विश्वास जताते हुए उन्हें इस सीट से खड़ा किया। जिसमें पूर्णेश मोदी ने कांग्रेस के प्रत्याशी इकबाल दाउद को करीब 70 हजार वोटों से हरा कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया था।

इस बयान पर घिरे थे राहुल गांधी

साल 2019 के आम चुनाव के लिए राहुल गांधी एक रैली को संबोधित करने कर्नाटक दौरे पर गए हुए थे। जहां पर उन्होंने एक रैली में कहा था कि सारे मोदी सरनेम वाले चोर होते हैं। देख लीजिए ललित मोदी, नीरव मोदी, सब चोरों के नाम के सरनेम एक जैसा ही है। इसी बात को लेकर पेशे से वकील पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी पर मानहानि का केस ठोक दिया था। जिसको लेकर आज सूरत के एक अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई और कुछ ही देर बाद कांग्रेस नेता को कोर्ट ने जमानत भी दे दी।


 

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