उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का निधन, बागेश्वर में इलाज के दौरान दम तोड़ा

बागेश्वर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का निधन, बागेश्वर में इलाज के दौरान दम तोड़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-26 10:30 GMT
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का निधन, बागेश्वर में इलाज के दौरान दम तोड़ा

डिजिटल डेस्क, बागेश्वर। कैबिनेट मंत्री चंदन दास की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बागेश्वर जिला अस्पलात में आईसीयू में भर्ती कराया गया। जहां उनका निधन हो गया है। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद प्रदेश में शोक की लहर है। चंदन राम दास आज जिला योजना की बैठक के लिए बागेश्वर पहुंचे थे। कैबिनेट मंत्री चंदन दास की तबीयत अचानक बिगड़ गई। डॉक्टर के द्वारा घर में जाकर उनका चेकअप भी किया गया था, पर उस वक्त उनका स्वास्थ्य नॉर्मल बताया जा रहा था। लेकिन 1 बजे के करीब उनके स्वास्थ्य अचानक बदलाव आया और वह गंभीर रूप से बीमार हो गए। जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है। जहां उनका निधन हो गया।

कैबिनेट मंत्री चंदनराम दास धामी सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में शामिल थे। वे 2007 से लेकर अबतक लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आये थे। जिसके बाद उन्हें इस बार धामी सरकार में शामिल किया गया था। दरअसल, कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कुछ दिनों पहले ही उनका दिल्ली में इलाज चला था। लेकिन उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। हालांकि, इन दिनों कैबिनेट मंत्री चंद्र रामदास बागेश्वर दौरे पर थे। जहां अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, उन्हें आईसीयू वार्ड में रखा गया लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में इलाज के दौरान ही कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास ने दम तोड़ दिया।

इसकी सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी देहरादून सचिवालय से रवाना हो गए हैं। हालांकि, शाम 4 बजे सीएम धामी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही थी। लिहाजा सीएम धामी हेलीकॉप्टर के माध्यम से बागेश्वर के लिए रवाना हो गए हैं।

कैबिनेट मंत्री चंदनराम दास का राजनीतिक सफर:- चंदन राम दास की राजनीतिक करियर 1980 में शुरू हुआ। चंदन राम दास 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पहले वे एमबी डिग्री कालेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। 1980 से चंदन राम दास ने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। 2006 में भगत सिंह कोश्यारी के कहने पर भाजपा में शामिल हुए। जिसके बाद 2007, 2012, 2017 और 2022 में लगातार विधायक चुने जाते रहे। 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें धामी सरकार में मंत्री बनाया गया। धामी सरकार में चंदन रामदास को परिवहन विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी।

(आईएएनएस)

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