पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा, राज्यपाल के भाषण में घोटालों का जिक्र नहीं
राजनीति पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा, राज्यपाल के भाषण में घोटालों का जिक्र नहीं
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में बुधवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल सीवी आनंद बोस के शुरुआती भाषण से भ्रष्टाचार के हालिया मुद्दों के संदर्भ में चूक के खिलाफ विपक्षी बेंच के भाजपा सदस्यों ने जोरदार विरोध किया।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्यपाल के अभिभाषण से जानबूझकर भ्रष्टाचार के मुद्दों का जिक्र हटा दिया गया है। भाजपा विधायकों ने सदन से वाकआउट करने से पहले चोर धरो, जेल भरो के नारे लगाए। नारेबाजी के बीच कई बार राज्यपाल का भाषण बमुश्किल सुनाई दिया था।
यहां तक कि एक समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी भाषण सुनने के लिए हेडफोन लगाए नजर आई थीं। हालांकि, विपक्षी विधायकों के नारेबाजी के बावजूद बोस ने अपना भाषण पूरा किया। राज्यपाल द्वारा अपने लिखित भाषण के नौवें पैराग्राफ को पढ़ने के तुरंत बाद भाजपा विधायकों का विरोध शुरू हो गया, जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में शांति और धर्मनिरपेक्ष माहौल कायम है।
तुरंत, भाजपा विधायकों ने विरोध किया और वाकआउट करते हुए कहा कि हम राज्यपाल के अभिभाषण में झूठ को स्वीकार करने से इनकार करते हैं। वाकआउट करने के बाद, भाजपा विधायकों ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा और विधानसभा की लॉबी में नारेबाजी की।
बाद में, शुभेंदु अधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि राज्यपाल का भाषण पश्चिम बंगाल में मामलों की सही स्थिति का प्रतिबिंब नहीं था। आगे कहा कि राज्य के संवैधानिक प्रमुख ने राज्य के सामने ज्वलंत मुद्दों की अनदेखी करते हुए राज्य प्रशासन की प्रशंसा करने का सहारा लिया है। राज्य सरकार ने राज्यपाल का इस्तेमाल करते हुए झूठे प्रचार का सहारा लिया है।
(आईएएनएस)।
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