हिंसा प्रभावित संबलपुर के दौरे पर निकले केंद्रीय मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष, हिरासत में लिए गए
ओडिशा हिंसा प्रभावित संबलपुर के दौरे पर निकले केंद्रीय मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष, हिरासत में लिए गए
डिजिटल डेस्क, भुवनेश्वर। ओडिशा पुलिस ने राज्य भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू और सांसदों व विधायकों समेत कई अन्य नेताओं को मंगलवार को उस समय हिरासत में ले लिया, जब वे हिंसा प्रभावित संबलपुर शहर जा रहे थे। यह घटना तब हुई जब राज्य अध्यक्ष सामल के नेतृत्व में ओडिशा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल संबलपुर कस्बे में स्थिति का जायजा लेने जा रहा था, इसी दौरान उन्हें झारसुगुड़ा-संबलपुररोड पर श्रीपुरा चौक के पास रोक लिया गया । यहां पर पिछले सप्ताह दो समुदायों के बीच कई हिंसक घटनाएं हुई हैं। संबलपुर के अतिरिक्त एसपी तपन मोहंती ने कहा, हमने उन्हें हिरासत में लिया है क्योंकि वे सीआरपीसी की 144 का पालन नहीं कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार, संबलपुर कस्बे में प्रवेश करने से पहले बीजेपी नेताओं को थेलकोलोई थाने में हिरासत में लिया गया था। जिन अन्य नेताओं को हिरासत में लिया गया है, उनमें सांसद सुरेश पुजारी, जुएल उरांव, बसंत पांडा, विधायक नौरी नाइक, कुसुमु टेटे, शंकर ओराम और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती और केवी सिंहदेव शामिल हैं।
टुडू ने कहा, जब हमने एक दिन पहले ही पुलिस को सूचित कर दिया था, तब हमें बीच रास्ते में रोकना गलत था। उन्होंने जिला कलेक्टर और एसपी को तत्काल निलंबित करने की मांग की। भाजपा सांसदों ने कहा कि वे आगामी सत्र में संसद और ओडिशा विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएंगे।
बरगढ़ के सांसद सुरेश पुजारी ने कहा, मैं इस नजरबंदी पर जिला प्रशासन की वैधता और शक्ति की जांच करूंगा। मैं इस नजरबंदी पर जिला प्रशासन की वैधता और शक्ति की जांच करूंगा। अगर यह किसी सांसद के विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है तो मैं जिला प्रशासन के खिलाफ विशेषाधिकार हनन करने के लिए कदम उठाऊंगा।
पुजारी ने कहा कि जिला प्रशासन सोमवार को संबलपुर में भाजपा प्रतिनिधिमंडल की यात्रा की अनुमति देने पर सहमत हो गया। लेकिन दुर्भाग्य से आज उन्होंने अनुमति देने से इंकार कर दिया। पुलिस ने यह यू टर्न किसके इशारे पर लिया, इस पर उन्होंने हैरानी जताई।
हिरासत को असंवैधानिक करार देते हुए, विधायक नौरी नाइक ने कहा कि पार्टी उचित मंच पर पुलिस के कदम का कड़ा विरोध करेगी। इस बीच, संबलपुर जिला प्रशासन ने कस्बे में कर्फ्यू में और ढील दी है। सूत्रों ने बताया कि इसी तरह जिले में इंटरनेट सेवाएं 19 अप्रैल की सुबह 10 बजे तक बंद रहेंगी।
गौरतलब है कि हनुमान जयंती (14 अप्रैल) से पहले 12 अप्रैल की शाम को हनुमान जयंती समन्वय समिति के सदस्यों, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं आदि द्वारा मोटरसाइकिल जुलूस निकाला गया। रैली के दौरान, संबलपुर कस्बे में दो समुदायों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई लोग घायल और पुलिसकर्मि घायल हो गए थे। 14 अप्रैल को कस्बे में फिर से हिंसा की घटनाएं हुईं, जब पश्चिमी ओडिशा शहर में हनुमान जयंती का जुलूस निकल रहा था। 14 अप्रैल की रात कुछ दुकानों में आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई थी।
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