चाचा भतीजे आएंगे एकसाथ? बड़े भाई मुलायम सिंह के निधन के बाद शिवपाल यादव ने कही ये बात
यूपी सियासत चाचा भतीजे आएंगे एकसाथ? बड़े भाई मुलायम सिंह के निधन के बाद शिवपाल यादव ने कही ये बात
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक और यूपी के पू्र्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बीते सोमवार को मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। मुलायम सिंह के निधन के बाद उनके चाहने वालों के पास नेताजी की स्मृतियां ही शेष बची है। आम हो या खास सभी लोग अपने-अपने तरीके से उन्हें याद कर रहे है। मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव को भी इस घटना ने झकझोर कर रख दिया है। बड़े भाई का सर से साया उठ जाने के बाद मीडिया से बातचीत करते समय शिवपाल भावुक हो गए। शिवपाल यादव ने कहा कि नेताजी ने मुझे पढ़ाया भी था। मुझे साइकिल पर बैठाकर स्कूल भी ले जाया करते थे। जब मुझे साइकिल चलानी आ गई थी तो मैं भी नेताजी को बैठा कर ले जाता था।
शिवपाल यादव ने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के साथ बिताए हुए पल को नम आंखों से बयां किया। मुलायम सिंह के न रहने के बाद पार्टी को मजबूत करने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। लेकिन उन्होंने कहा कि पार्टी संरक्षण को लेकर जो भी जिम्मेदारी मुझे दी जाएगी, उसका पालन करूंगा। अब माना ये जा रहा है कि अब शिवपाल यादव व अखिलेश यादव पार्टी को मजबूती देने के लिए आपसी विवाद को भुलाकर एकजुट हो सकते हैं और 2024 लोकसभा चुनाव में एकसाथ दिखाई दे सकते है।
मुलायम के परमिशन से लेते थे फैसले
शिवपाल यादव आगे बातचीत में कहा कि अभी तक जितने फैसले लिए गए है किसी भी मोर्चे या मौके पर सभी नेता जी के आज्ञा पर ही लिए गए है। शिवपाल कहते हैं कि मैनें कभी भी नेता जी की बात को ना कटा न ही टाला है। यहीं नहीं जब मीडिया ने मुलायम की गैर-मौजूदगी में समाजवादी पार्टी को इकट्ठा और पार्टी को मजबूत करने को लेकर सवाल किया तो शिवपाल ने बोला यह सही समय नहीं है इन मुद्दों पर बात करने का जब सही वक्त आएगा तब देखा जाएगा और पार्टी के संरक्षण व मजबूती को लेकर कहा कि जो जिम्मेदारी मुझे दी जाएगी वह मैं करुंगा।
मुलायम को पिता समान मानते थे शिवपाल
शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को लेकर कहा कि हमारे पार्टी के साथ जो लोग भी जुड़े है जिनको पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा है या उनको पूछने वाला कोई नहीं है। हम उन तमाम लोगों को इकट्ठा कर उनकी राय को जानकर ही कोई बड़ा फैसला लेंगे। मौजूदा वक्त में यूपी में हमारा दल मौजूद है, ये सही समय नहीं है इसलिए हम बाद में इस पर फैसला करेंगे। लेकिन जब कोई फैसला लिया जाएगा सभी की राय को जानते हुए ही लिया जाएगा। मुलायम सिंह को पिता तुल्य बताते हुए शिवपाल ने कहा कि जितनी हो सकी, मैनें सेवा किया। आज मेरा मन का संसार सिकुड़ा-सिकुड़ा सा लग रहा है। नेता जी आज हमारे बीच नहीं हैं।
भाई के नक्शे कदम पर चलेंगे शिवपाल
भतीजे अखिलेश यादव से अनबन के बाद अपनी एक अलग पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव का मुलायम सिंह के साथ हमेशा से अच्छे संबध रहे हैं। दोनों भाईयों को कई मौको पर एक साथ देखा जाता था। शिवपाल आगे कहते है कि हम नेता जी के बताए गए रास्ते पर चलने का प्रयास करते रहे हैं और आगे भी उन्ही के बताए गए राह पर चलेंगे। उन्होंने कहा कि नेती जी के साथ जिस किसी ने भी काम किया वह कभी नाराज नहीं हुआ।