यूपी पर राज करने वाली मायावती की पार्टी का हाल नई नवेली पार्टी से भी ज्यादा बुरा, एक ही सीट पर सिमटी हाथी की हुंकार
हाथी का हाल बेहाल यूपी पर राज करने वाली मायावती की पार्टी का हाल नई नवेली पार्टी से भी ज्यादा बुरा, एक ही सीट पर सिमटी हाथी की हुंकार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजें से साफ हो चुका है कि भगवा धारी योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर यूपी में अपनी सरकार बनाने जा रही है। एक तरफ जहां बीजेपी सभी पार्टियों को पीछे छोड़ पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। तो वही चार बार मुख्मंत्री रह चुकी मायावती की बहुजन समाज पार्टी पूरी तरह से सियासत की रेस से बाहर होती दिखाई दे रही है। हालत यहां तक बसपा की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि सीटों के मामले में मायावती की पार्टी राजा भैया की नई नवेली पार्टी जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के बराबर आ खड़ी हो गई है।
सियासत की इस जंग में बसपा महज 1 सीट पर जीत हासिल की है। जबकि जनसत्ता दल के प्रमुख राजा भैया अपनी सीट से आगे चल रहे हैं। हाथी को पिछले चुनाव में 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वोट फीसदी के मामले में भी बसपा को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। पिछले चुनाव में पार्टी को 22.3 फीसदी वोट ही मिले थे। लेकिन इस बार बसपा को करीब 13 फीसदी वोट ही मिले हैं।
कांग्रेस से भी पिछड़ गई बसपा
अपने खराब प्रदर्शन के चलते बसपा इस बार कांग्रेस भी कम साटे प्राप्त की है। सालों से यूपी की सत्ता से बाहर कांग्रेस के लिए इस बार महासचिव प्रियंका गांधी ने कड़ी मेहनत की। कांग्रेस को पिछले चुनाव में कम सीटें मिली थी, लेकिन तब वह सपा के साथ मिलकर लड़ी थी। इस बार अकेले अपने दम पर कांग्रेस बसपा को पाछे छोड़ 2 साटों पर जात हासिल की हैं।
2017 के मुकाबले घटी भाजपा की सीटें
शाम 4 बजे तक आए रुझानों के देखे तो, भाजपा 264 सीटों पर आगे है तो सपा गठबंधन को 134 सीटों पर जीत या बढ़त हासिल है। 2017 के मुकाबले भाजपा की सीटें घटी हैं, लेकिन पार्टी बहुमत के आंकड़े से आगे चल रही है। 403 सीटों वाली यूपी विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 202 है। mayawati