चुनाव का बिहार की सियासत पर दिखता असर!

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 चुनाव का बिहार की सियासत पर दिखता असर!

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-01 10:01 GMT
चुनाव का बिहार की सियासत पर दिखता असर!

डिजिटल डेस्क, पटना। विधानसभा चुनाव भले ही उत्तर प्रदेश में हो रहा हों, लेकिन इसका असर बिहार की सियासत पर भी दिख रहा है। वैसे, बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार चल रही है लेकिन यूपी चुनाव में बिहार में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल दल के नेता यूपी में एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोंकते नजर आएंगे, जिसका प्रभाव बिहार में भी दिखने लगा है।

बिहार सरकार में जदयू और भाजपा के अलावा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) शामिल है, लेकिन यूपी चुनाव में जदयू और वीआईपी अलग राह चल रहे हैं। ये दोनों दल यूपी चुनाव में एकला चलो की नीति के तहत अकेले चुनावी मैदान में उतरे हैं।

जदयू की इच्छा थी कि यूपी चुनाव में वह भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़े, लेकिन चुनाव की घोषणा होने के बाद भी भाजपा ने जदयू से कोई बात नहीं की। इसके बाद नीतीश कुमार की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। माना जा रहा है कि जदयू 50 से अधिक सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।

ऐसे में तय है कि जदयू कई मुद्दों को लेकर यूपी में उग्र होगी, जिसका प्रभाव अभी से ही बिहार की सियासत में दिख रहा है। यूपी चुनाव में जदयू फिर से जातीय जनगणना को लेकर सत्ता पक्ष पर निशाना साधेगी, वहीं बिहार के सुशासन का जिक्र तो जदयू के नेता जरूर करेंगे, लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर केंद्र सरकार को कोसेंगे भी। ऐसे में तय माना जा रहा है कि भाजपा और जदयू में तल्खी और बढंेगी।

वैसे, जदयू के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार कहते हैं कि बिहार में केवल भाजपा के साथ गठबंधन है। यूपी में जदयू मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि यह कोई पहली दफा नहीं है कि अन्य राज्यों में हमलोग अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले भी यूपी में भाजपा और जदयू अलग-अलग चुनाव लड़ चुकी है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह भी जदयू के स्टार प्रचारकों में अब शामिल हो गए हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि यूपी में ये दोनों केंद्र सरकार पर कैसे निशना साधते हैं। वैसे, भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल कहते हैं कि यूपी चुनाव का असर बिहार के गठबंधन पर नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार में मजबूती के साथ सरकार चल रही है। इधर, वीआईपी पार्टी भी यूपी में 165 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है, जिसका असर बिहार की सियासत में भी दिखा है। यहां विधान परिषद की स्थानीय निकाय कोटे की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव में वीआईपी को हिस्सेदारी नहीं मिलने से नाराज वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने सभी 24 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।

(आईएएनएस)

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